(नेटवर्क 10 ANI ) पाकिस्तान (Pakistan) की राजधानी इस्लामाबाद (Islamabad) स्थित भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) के 2 अधिकारी लापता हो गए हैं. इस खबर के सामने आते ही उच्चायोग में हड़कंप मच गया है. भारत (India) ने इस मामले को लेकर चिंता जताई है और इस बारे में पाकिस्तानी अधिकारियों से बात की है. रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कर्मचारी सोमवार सुबह 8:30 बजे से लापता हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी अब सरकारी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय हाई कमीशन के दो स्टाफ के लापता होने की बात पाकिस्तान सरकार के सामने उठाई गई है.
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग के प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने कहा, “सुबह से इंडियन हाई कमिशन से 2 भारतीय काम के दौरान से लापता हैं. इस मामले को पाकिस्तानी अथॉरिटीज के सामने रखा गया है.” ये दोनों अधिकारी नई दिल्ली के पाकिस्तान हाई कमीशन के वीजा सेक्शन में काम करते थे. इनमें से एक अधिकारी की पोस्टिंग पाकिस्तान कमीशन में दिसंबर 2018 में हुई थी. जबकि दूसरा अधिकारी अक्टूबर 2015 से ही काम कर रहा था.
जासूसी के आरोप में पकड़े गए 2 पाकिस्तानी
गौरतलब है कि कुछ समय पहले नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायोग में काम करने वाले दो अधिकारियों को जासूसी के आरोप में भारत ने पकड़ा था. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव गहरा गया है. आबिद हुसैन और ताहिर हुसैन पाकिस्तान हाई कमिशन के वीजा सेक्शन में काम करते थे. दोनों को एक भारतीय से संवेदनशील दस्तावेज हासिल करते हुए पकड़ा गया था. दोनों दिल्ली की सड़कों पर खुलेआम घूमते थे और जासूसी करते थे, लेकिन फर्जी आईडी बनाकर खुद को भारतीय बताया करते थे. पाकिस्तान अपने अधिकारियों के पकड़े जाने से बौखला गया है. पाक अब वहां काम कर रहे भारतीयों को फंसाने की फिराक में लग गया है. दोनों अधिकारियों के लापता होने से यह आशंका और ज्यादा बढ़ गई है.
इस्लामाबाद में भारत के शीर्ष राजनयिक की गाड़ी का पीछा
मालूम हो कि जासूसी मामला सामने आने के बाद पाकिस्तान के इस्लामाबाद में तैनात भारत के शीर्ष राजनयिक गौरव अहलूवालिया की गाड़ी का पीछा किया गया था. इसके अलावा उनके आवास के बाहर ISI के कई लोगों को तैनात कर दिया गया था. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के द्वारा गौरव अहलूवालिया की गाड़ी का पीछा बाइक, गाड़ियों के द्वारा किया जा रहा था. ये इसी महीने की शुरुआत यानी दो जून का घटनाक्रम है.