नई दिल्ली (नेटवर्क 10 संवाददाता ) : कोविड के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए वॉर लेवल पर केन्द्र सरकार (Central Government) ने काम करना शुरु कर दिया है. केन्द्र सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में है. दिल्ली में कोविड-19 (Covid-19 in Delhi) रोकथाम की जिम्मेदारी सीधे अमित शाह (Amit Shah) ने अपने हाथों में ले ली है. अगले 24 घंटे में कोविड को रोकने के लिए सभी जरुरतों को पूरा करने को कहा गया है. जिसमें रेल आइसोलेशन कोच (Railway Isolation Coaches) से लेकर अधिकारियों की फौज औऱ दूसरी जरुरत की चीजें को शामिल किया गया है.
केंद्रीय डॉक्टर्स की टीम देगी तत्काल रिपोर्ट
केन्द्र गृह मंत्रालय की ओर से गठित कमेटी में 12 डॉक्टर्स की टीम बनाई गयी है. इन्हें तीन टीमों में बांटा गया है. इन 12 डॉक्टर्स में डॉ सरीन और डॉ महेश वर्मा को भी शामिल किया गया है. डॉ. सरीन और डॉ. महेश वर्मा दोनों ने कोविड को लेकर दिल्ली में अपनी-अपनी रिपोर्ट पेश की है. तीनों कमेटी को अगले दो दिनों के भीतर दिल्ली की मौजूदा व्यवस्था पर रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है.
केन्द्र सरकार वेंटिलेटर मुहैया कराएगी
दिल्ली में बढ़ते कोविड बेड और वेंटिलेटर की कमी को दूर करने के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को इस बात की जिम्मेदारी दी गयी है कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में दिल्ली को वेंटिलेटर की सुविधा मुहैया जल्द से जल्द करायी जाए. इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर को भी शामिल किया गया है. जिन मरीजों को सांस की परेशानी हो, उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर दिया जाए.
हेल्थ बुलेटिन होगा जारी
दिल्ली सरकार की ओर से फिलहाल प्रतिदिन हेल्थ बुलेटिन जारी होता है. लेकिन अब नए सिरे से हेल्थ बुलेटिन जारी होगा जिसमें कितने टेस्ट हुए, उनमें से कितने पॉजिटिव हुए, कितने टेस्ट रिपोर्ट प्राप्त हुए, कितने पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में एडमिट किया गया, कितने लोग ठीक हुए, कितने डिसचार्ज हुए और कितनी मौते हुई. इसके अतिरिक्त कंटामिनेटेड जोन, दिल्ली के कोविड अस्पतालों की स्थिति की जानकारी भी साझा करने को कहा गया है.
बिना देरी किए हो अंतिम संस्कार
केन्द्रीय टीम ने दिल्ली सरकार को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि कोविड संक्रमित मरीजों की यदि मौत होती है तो यह तय किया जाए कि जल्द से जल्द शव का अंतिम संस्कार किया जा सके. इसके लिए केन्द्र सरकार ने जो अंतिम संस्कार के लिए गाइडलाइन जारी की है उसका पूरी तरह से अनुपालन किजा जाए. मौत के बाद मरीजों के परिजन को तुंरत सूचित किया जाए और यह तय किया जाए कि पार्थिव शरीर किसी भी तरह के बदइंतजामी का शिकार नहीं हो.
ग्राउंड लेवल पर सर्वे
दिल्ली के हर कंटामिनेटेड जोन में 100 फीसदी डोर टू डोर सर्वे करने को कहा गया है. इससे यह पता चलेगा कि इलाके में कोविड के कितने मरीज और हैं अथवा कितने लोग ऐसे हैं जिनमें कोविड का संक्रमण दिख रहा है. इस काम के लिए निजी क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ एनजीओ की भी मदद लेने को कहा गया है.
टेस्ट को बढ़ाया जाए
16 तारीख को 10,000, और 18 तारीख को इसे बढ़ाकर 15,000 औऱ 20 जून तक 18,000 टेस्ट प्रतिदिन सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसमें चुनाव बूथ पर भी टेस्टिंग करने की सलाह दी गयी है.
अधिकारियों का दिल्ली तबादला
केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को कोविड से निपटने के लिए इंतजाम में दिल्ली भेजा है. इनमें एस एस यादव और एस सी एल दास जैसे अधिकारी हैं जिनका दिल्ली को लेकर पुराना अनुभव रहा है. एस एस यादव तो मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के समय उनके ओएसडी भी रह चुके हैं.
सभी एजेंसियों को साथ जोड़ा जाए
दिल्ली में जितनी भी सरकारी एजेंसियां हैं उन्हें एक साथ जोड़ा जाए. सभी एजेंसियों को डीडीएम के गाइडलाइन के अनुसार काम करने को कहा गया है. स्थानीय स्तर पर डीडीएम के कार्यों को पूर्ण करने के लिए एमसीडी, दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार और सभी एजेंसियों को साथ काम करने की हिदायत दी गयी है.