रुद्रपुर (नेटवर्क 10 संवाददाता) : जिले में तैरते हुए सोलर पैनल से वैकल्पिक ऊर्जा तैयार की जाएगी। इसके लिए जिले के बौर जलाशय का चयन किया गया है। केंद्र सरकार की इस योजना में सिचाई विभाग की सहायता ली जा रही है। प्रयोग सफल रहा तो हरिपुरा जलाशय व तुमड़िया डैम में भी इसे शुरू किया जा सकता है। इस काम में अलग से भूमि खरीदने का झंझट नहीं रहता है। जिला मुख्यालय से करीब 20 किमी दूर स्थित गूलरभोज में बौर जलाशय को पर्यटन केंद्र का दर्जा दिया गया है। इसके सुंदरीकरण के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। बौर जलाशय में तैरते हुए सोलर पैनल लगाकर पर्यटन सुविधाओं को मेनटेन किया जा सकता है। फिलहाल इसके लिए भारत सरकार की टीम ने सर्वे कर लिया है।
कोरोना महामारी के चलते योजना का कार्य प्रभावित हुआ है। फिर भी इसे शुरू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता दीक्षांत ने बताया कि इस योजना से सौर ऊर्जा तैयार करने के साथ पानी के वाष्पीकरण को रोका जा सकता है। ऐसे में जल संरक्षण का कार्य भी किया जा सकेगा।
50 किलोवाट मिलेगी ऊर्जा : बौर जलाशय में लगाए जा रहे सोलर पैनल के जरिए करीब 50 किलोवाट विद्युत तैयार होगी। शुरुआती प्रयोग सफल होने के बाद क्षमता बढ़ाई जा सकती है। फिलहाल विभिन्न कार्यों के लिए बौर जलाशय में दी गई विद्युत ऊर्जा निश्शुल्क नहीं होगी। इसके लिए क्या रेट लिया जाएगा, यह अभी तय नहीं हैै।
40 लाख तक का खर्च : बौर जलाशय में लगाई जा रही इस परियोजना में करीब 40 लाख रुपये तक का खर्च आने का अनुमान है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक शीघ्र ही इसके लिए बजट जारी हो सकता है। माना जा रहा है कि पानी में तैरने वाले सोलर पैनल ज्यादा टिकाऊ और मजबूत होंगे।
बौर जलाशय में सोलर पैनल पानी में तैरते रहेंगे। इस योजना में सर्वे का कार्य किया गया है। अभी तक इसमें आगे का कार्य शुरू नहीं हुआ है। यह बहुत ही अच्छी योजना साबित होगी।– -दीक्षांत, अधिशासी अभियंता, सिचाई विभाग, रुद्रपुर, ऊधमसिंह नगर