लखनऊ (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तरप्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार देने की सीएम योगी की कोशिशें तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी प्लान किया है कि प्रदेश में बेरोजगार 9 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ना है। इसके लिए योगी ने कमर कस ली थी और अब योजना पर काम तेज कर लिया गया है। योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अब नौ लाख लोगों को रोजगार देने के लिए एमओयू साइन होने हैं। आज शुक्रवार को ये काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि हम चाहते हैं कि हर हाथ को काम दिया जाए। इसी कड़ी में ये किया जा रहा है। हम इस नीति के तहत इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन सहित अन्य औद्योगिक संस्थाओं के साथ शुक्रवार को एमओयू साइन कर रहे हैं। योगी ने ये भी कहा कि प्रदेश में निवेशकों के योगदान से स्वदेशी वस्तुओं का उत्पादन बढ़ेगा और गरीबी दूर होगी।
इधर, प्रदेश सरकार ने ऐसी कई योजनाएं शुरू की हैं जिनमें दलित कामगारों को रोजगार दिया जाना है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित विभिन्न कमेटियों में से एक कमेटी प्रमुख सचिव समाज कल्याण मनोज सिंह की अध्यक्षता में भी गठित की गई।
इस कमेटी को विभिन्न राज्यों और प्रदेश के कई जिलों से पलायन कर अपने गांव-शहर लौट रहे प्रवासियों के साथ अन्य बेरोजगार दलित कामगारों को स्वत:रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने का लक्ष्य तय किया गया। बताया गया है कि फिलहाल ऐसे एक लाख दलित कामगारों को स्वरोजगार से जोड़ने की तैयारी की गई है।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिस गांव में प्रवासी लौट रहे हैं वहां इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए प्रति गांव 20 लाख रुपये दिए जाएंगे। इस रकम से वहां चलने वाले विकास कार्यों में भी स्थानीय ग्रामीणों को काम मिलेगा।