देहरादून: उत्तराखंड में आर्थिक दबाव बढ़ता जा रहा है, जिसे देखते हुए भाजपा की त्रिवेंद्र सरकार ने बाजार से कर्ज लेने का फैसला लिया है. इसके तहत राज्य अब करीब 1,000 करोड़ रुपए हर महीने कर्ज लेगा. इस तरह सरकार कुल 3,000 करोड़ रुपए का कर्ज लेने की तैयारी कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार अब तक करीब 2,100 करोड़ रुपए का कर्ज ले चुकी है. वहीं, अब राज्य सरकार ने 3,000 करोड़ रुपए का कर्ज लेकर प्रदेश को आर्थिक दबाव से उबरने का फैसला किया है. प्रदेश में कोरोना काल के दौरान राज्य कर्मचारियों को वेतन देने में प्रदेश सरकार को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, सरकार ने GST की प्रतिपूर्ति स्वरूप केंद्र से भी बजट देने का आग्रह किया है. लेकिन वर्तमान जरूरतों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने बाजारों से कर्ज लेने का निर्णय किया है.
वहीं, उत्तराखंड सरकार द्वारा लिया गया 3,000 करोड़ रुपए का कर्ज काफी बड़ा होगा. हालांकि, वित्त विभाग इसे सरकार की तरफ से हालातों के लिहाज से लिए गए सामान्य कदम के रूप में देख रहा है. अभी हाल ही में GST परिषद भी 97,000 करोड़ रुपए की सीमा को बढ़ाकर एक लाख दस हजार करोड़ रुपए कर चुका है.