सोमेश्वर: अल्मोड़ा जिले की बोरारौ घाटी में इन दिनों गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत है. अबतक गुलदार एक दर्जन से अधिक मवेशियों को निवाला बना चुका है. ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ने की मांग की है. बोरारौ घाटी के दर्जनों गांवों में गुलदार का आतंक है. सूपाकोट, सिमखोला, निरई और ताकुला क्षेत्र में पिछले एक महीने में गुलदार लगभग एक दर्जन मवेशियों को निवाला बना चुका है. सुबह और शाम ढलने पर गुलदार गांवों के आबादी क्षेत्रों में पहुंच रहे हैं और ग्रामीणों के कई जानवरों को निवाला बना चुके हैं. गुलदार आम रास्तों के अलावा खेतों में भी दिखाई देते हैं.
शुक्रवार सुबह लगभग 8 बजे सूपाकोट गांव में मकानों के पास पिरूल के ढेर के ऊपर एक गुलदार काफी देर तक घात लगाए बैठा रहा. आबादी के बीच गुलदार को देख ग्रामीण दहशत में आ गए. वहां से गुजर रहे ग्रामीणों ने गुलदार को कैमरे में कैद कर लिया. बाद में गुलदार ग्रामीणों के शोर के चलते जंगल की ओर भाग गया.
पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कैलाश चंद्र पांडे सहित ग्रामीणों का कहना है कि गुलदार के आतंक के कारण ग्रामीणों का अपने घरों से निकलना दूभर हो चुका है. वो अपने मवेशियों को घास चरने के लिए जंगल भी नहीं भेज रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ने की मांग की है. उनका कहना है कि गांव के आसपास घूम रहा गुलदार उम्रदराज लगता है और उसने ग्रामीणों के कई मवेशियों को मौत के घाट उतार दिया है.