देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही वंदे मातरम के साथ शुरू हुई. इस दौरान सरकार सदन में सदन 5 विधेयक पेश करेगी. सत्र के पहले दिन दिवंगत पांच विधायकों को सदन में श्रद्धांजलि दी गई है. कोरोना संक्रमित होने के कारण मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सदन में मौजूद नहीं रहेंगे. सीएम वर्चुअली शीतकालीन सत्र में शामिल होंगे. उधर, सत्र की कम अवधि को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति उठाते हुए अवधि बढ़ाने की मांग की है.
- सुरेंद्र सिंह जीना, सल्ट विधायक.
- अनुसूया प्रसाद मैखुरी, पूर्व विधायक, कर्णप्रयाग.
- सुंदर लाल मंडवाल, पूर्व विधायक.
- कृष्ण चंद्र पुनेठा, पूर्व विधायक.
- तेजपाल पवार, पूर्व विधायक.
ये विधेयक होंगे पेश
- उत्तराखंड लोक सेवा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण संशोधन विधेयक 2020.
- उत्तराखंड उत्तर प्रदेश भू राजस्व अधिनियम 1901 संशोधन विधेयक 2020.
- उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग संशोधन विधेयक 2020.
- उत्तराखंड शहीद आश्रित अनुग्रह अनुदान विधायक 2020.
- उत्तराखंड विनियोग 2020-21 अनुपूरक विधायक 2020.
उधर, सत्र की कम अवधि को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति उठाते हुए अवधि बढ़ाने की मांग की है. साथ ही किसान आंदोलन, महंगाई, भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर विपक्ष की सरकार को घेरने की तैयारी है. हालांकि, सरकार ने भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए रणनीति तय कर ली है. विधानसभा सत्र के पहले दिन भोजन अवकाश के बाद पांच विधेयकों को सदन पटल पर रखा जाएगा. इसके बाद अनुपूरक बजट की मांगों का प्रस्तुतीकरण सदन में किया जाना है.
वहीं, कोरोना को देखते हुए सदन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और कोविड की निगेटिव रिपोर्ट के साथ ही विधायकों को परिसर में जाने की अनुमति दी जा रही है. सदन में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश सहित बड़ी संख्या में विधायक मौजूद हैं.