देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए शासन की तरफ से एक बार फिर प्रदेश भर में अधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. उधर प्रशासन की तरफ से भी चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है. त्योहारी सीजन के कारण बाजारों में भीड़-भाड़ के अंदेशे और भारत सरकार द्वारा सर्दी के मौसम की शुरुआत के चलते प्रदेश में सतर्कता बरतने के लिये एडवाइजरी जारी की गई है.
यदि किसी में बेसिक लक्षण पाये जाते हैं तो उनके उपचार के साथ ही सैंपलिंग आदि की भी व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि कोरोना से प्रभावित लोगों के इलाज में देरी नहीं करनी चाहिए. किसी को भी इससे सम्बन्धित कोई परेशानी हो रही हो तो उन्हें अपने इलाज में शीघ्रता से चिकित्सकों का परामर्श ले लेना चाहिए. इलाज में विलंब होने पर खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग रेट 10-12 हजार प्रतिदिन है. प्रयास है कि पर्वतीय क्षेत्रों में 48 घंटे तथा मैदानी इलाकों में 24 घंटे में टेस्टिंग हो जाए.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि सभी विभागीय सचिव अपने विभागाध्यक्षों एवं अधीनस्थ अधिकारियों के साथ माह में एक दिन विभागीय कार्यकलापों के साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा करें. इसके साथ ही जनपदों के प्रभारी सचिवों को भी अपने प्रभार वाले जनपदों में जाकर योजनाओं की जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा एवं योजनाओं के फ्लैगशिप प्रोग्राम, स्वरोजगार योजनाओं आदि के निरीक्षण के निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा को पूर्ण करने का कार्य सभी विभाग संवेदनशीलता एवं तत्परता से कर रहे हैं. वहीं कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देहरादून बॉर्डर पर भी पुलिसकर्मियों ने चेकिंग अभियान तेज कर दिया है.