भारत समेत दुनियाभर में कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ जंग जारी है. कई देशों में कोरोना वैक्सीन निर्माण का काम काफी तेजी से चल रहा है. भारत में भी कुछ कोरोना वैक्सीन्स का ट्रायल जारी है. माना जा रहा है कि अगले साल के शुरुआती महीनों में आम लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि देश में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) इंट्रानेजल कोरोना वैक्सीन के निर्माण में लगा हुआ है. अमेरिकी बायोटेक कंपनी कोडाजेनिक्स (Codagenix Inc) के साथ मिलकर SARS-CoV-2 के खात्मे के लिए कोडाजेनिक्स CDX-005 वैक्सीन की मैनुफैक्चरिंग चल रही है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि फिलहाल भारत में एक भी इंट्रानेजल (नाक से दिया जाने वाला टीका) कोरोना वैक्सीन का ट्रायल नहीं चल रहा है, लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया या भारत बायोटेक के आने वाले महीनों में मंजूरी के बाद ऐसे टीकों के क्लीनिकल ट्रायल किए जाने की संभावना है.
‘UK में वैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल होगा शुरू’
हर्षवर्धन ने रविवार को अपने साप्ताहिक कार्यक्रम संडे संवाद (Sunday Samvad) में कहा कि CDX-005 वैक्सीन एक इंट्रानेजल वैक्सीन होगी, जिसका एनिमल ट्रायल किया जा चुका है. अब कंपनी इस साल के अंत तक UK में इस वैक्सीन के पहले चरण का ट्रायल शुरू करेगी.
उन्होंने बताया कि कोडाजेनिक्स यूके में ही इसके ह्यूमन ट्रायल की प्रक्रीया शुरू करेगी. वहीं इसी वैक्सीन के भारत में क्लीनिकल ट्रायल का जिम्मा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के हाथों में होगा.
‘कोरोनावायरस ने अबतक नहीं बदला अपना रूप’
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि देश में कोरोनावायरस ने अबतक अपना रूप नहीं बदला (म्युटेशन) है. साथ ही उन्होंने कहा कि सुबह की चाय का आनंद अखबार के साथ उठाया जा सकता है. अब तक वैज्ञानिक शोधों में यह बात साबित नहीं हो पाई है कि अखबार के जरिए कोरोना का संक्रमण फैल सकता है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि कोरोना महामारी के बीच भी अखबार पढ़ना पूरी तरह से सुरक्षित है.
‘सावधानी के साथ इस साल मनाएं नवरात्रि’
हर्षवर्धन ने कहा, “मैं आपसे आग्रह करता हूं कि कोविड-19 को हराने में अपनी भूमिका को ध्यान में रखकर सावधानी के साथ इस साल की नवरात्रि मनाएं. प्रार्थना में सिर झुकाते वक्त हम उन लाखों कोरोना वॉरियर्स के बलिदान का भी ध्यान रखें जिन्होंने इस लड़ाई में अपनी जान दे दी और जो अब भी आपको इस खतरनाक बीमार से बचाने के लिए लड़ रहे हैं.”