ऋषिकेश (नेटवर्क 10 संवाददाता)। ऋषिकेश एम्स की इंटर्न डॉक्टर आखिर कोरोना के संक्रमण में कैसे आई, एम्स प्रशासन अब इस सवाल के जवाब तलाशने के लिए जी जान से जुट गया है। बताया गया है कि ये इंटर्न डॉक्टर इमरजेंसी में भी ड्यूटी कर चुकी थी। एम्स अस्पताल प्रशासन के डीन प्रोफेसर यूबी मिश्रा ने बताया कि इस इंटर्न को संक्रमण कैसे हुआ इस बात की जांच की जा रही है। प्रथम दृष्टया इसी बात की आशंका है कि यह इमरजेंसी में ड्यूटी दे रही है। लाल कुआं नैनीताल की महिला भी इमरजेंसी में रखी गई थी। इस बात की ज्यादा आशंका है कि यहां से संक्रमण हुआ होगा। अन्य कारणों का भी पता लगाया जा रहा है।
हॉस्टल को किया गया क्वारंटाइन
संक्रमित इंटर्न डॉक्टर जिस हॉस्टल में रहती थी उसे पूरी तरह क्वारंटाइन कर दिया गया है। इस हॉस्टल में रहने वाली सभी इंटर्न डॉक्टरों की स्क्रीनिंग की जा रही है साथ ही इंटर्न डॉक्टर के संपर्क में जो भी आया उनकी सूची बनाई जा रही है। आपको बता दें कि शुक्रवार देर रात एम्स ऋषिकेश में इंटर्न डॉक्टर के करोना संक्रमित होने की बात सामने आई थी। वह केरल की रहने वाली है।
सभी जगहों को किया जा रहा है सेनेटाइज
एम्स प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमित इंटर्न डॉक्टर के मूवमेंट वाले सारे क्षेत्र मैस, इमरजेंसी आदि को सेनिटाइज किया जा रहा है। अब तक कोरोना इमरजेंसी को बंद करने के बाद मुख्य इमरजेंसी में ही सारे मरीजों को लिया जा रहा था। यह मामला सामने आने के बाद इस मेन इमरजेंसी को बंद कर सेनिटाइज किया जा रहा है और कोविड-19 इमरजेंसी को फिर से खोल दिया गया है। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में आने वाले गंभीर मरीजों को एम्स में प्रवेश दिया जाएगा।
एम्स में अब तक सामने आ चुके 5 मामले
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में कोरोना के पांच मामले सामने आने के बाद मुनिकीरेती क्षेत्र में रहने वाले एम्स कर्मचारियों व उनके परिवार वालों पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने एम्स में कार्यरत कर्मचारियों के परिवारजनों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। शनिवार को तहसीलदार नरेंद्रनगर मंजू राजपूत के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग और सीआरटी की टीम नगर पालिका परिषद मुनिकीरेती-ढालवाला के चिह्नित घरों में जांच के लिए पहुंची।