अल्मोड़ा (नेटवर्क 10 संवाददाता)। आजादी से पूर्व वर्ष 1946 में जिला मुख्यालय में स्थापित राजा आनंद सिंह राजकीय बालिका इंटर कालेज असुविधाओं के दौर से गुजर रहा है। इस स्कूल से पढ़कर कई बालिकाएं डाक्टर, इंजीनियर, मेजर व शिक्षा अधिकारी जैसे उच्च पदों पर पहुंचीं और वर्तमान में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही हैं। परंतु वर्तमान में स्कूल में जहां शिक्षकों की कमी बनी हुई है। वहीं कक्षा-कक्षों का भी अभाव बना हुआ है। ऐसे में बालिकाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य व केंद्र सरकार बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का राग अलाप रही है। वहीं जीजीआइसी सरीखे अनेक बालिका स्कूल जरूरी संसाधनों को जूझ रहे हैं। जिला मुख्यालय स्थित जीजीआइसी वर्तमान में कक्षा-कक्षों की समस्या से जूझ रहा है। यहां कक्षा छह के दो सेक्शन तथा नवीं के एक सेक्शन की बालिकाएं कक्षा-कक्षों से इतर बाहर परिसर में शिक्षा ग्रहण करने को विवश हैं। वहीं स्कूल में पढ़ाई के संसाधनों की स्थिति भी ठीक नहीं है। हाईस्कूल स्तर पर विज्ञान व संगीत तो इंटर संवर्ग में अंग्रेजी, जीव विज्ञान, रसायन, संस्कृत, राजनीति शास्त्र व भूगोल विषय के शिक्षिकाओं के पद अरसे से खाली हैं। ऐसी व्यवस्था में बालिकाओं को शिक्षा का पूरा लाभ प्राप्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।