दिल्ली से देहरादून का सफर अब बेहद आसान और तेज रफ्तार हो गया है, क्योंकि 4 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-देहरादून इकोनॉमिक कॉरिडोर का शिलान्यास कर दिया है।
इस प्लान के अंदर यह नया मार्ग दिल्ली से देहरादून को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के जरिए जोड़ेगा। जिससे देहरादून और दिल्ली के बीच की दूरी में चार घंटे की कमी आने की उम्मीद है।
यह प्रोजेक्ट दोनों शहरों के बीच की दूरी और सफर को कम समय में तय करने में कम करेगा। इस रोड से दोनों शहरों के बीच की दूरी 25 किमी घटकर 210 किमी रह जाएगी और ये सफर सिर्फ अब ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। नए कॉरिडोर को 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन चलाने के हिसाब से तैयार किया जा रहा है। इसमें एशिया का सबसे बड़ा 12 किलोमीटर लंबा वन्यजीव एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा।
इसमें हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, यमुनानगर, बागपत, मेरठ और बड़ौत से कनेक्टिविटी के लिए सात प्रमुख इंटरचेंज होंगे। गणेशपुर-देहरादून मार्ग पर ये हाईवे 4 हिस्सों में तैयार होगा।
जिसमें एक भी टोल नाका नहीं होगा। 750 से ज्यादा वर्षा जल संचयन और वाटर रिचार्ज प्वाइंट होंगे। इसके बनने से ना केवल देहरादून के लोगों को फायदा पहुंचेगा, बल्कि हरिद्वार, मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत और मेरठ जाने वालों को भी सुविधा होगी। इसके 2024 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।
एलिवेटेड कॉरिडोर योजना
भारत का पहला एलिवेटेड वाइल्डलाइफ कॉरिडोर दो स्टेज में बनेगा। पहला उत्तराखंड के मोहंड और डाट काली मंदिर के बीच 12 किलोमीटर लंबा होगा, और दूसरा काली मंदिर से अशरोड़ी तक 4 किलोमीटर लंबा होगा।