रामनगर: मालधन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों चिकित्सा सुविधाओं से महरूम है. मरीजों के इलाज के लिए न ही कुशल डॉक्टर हैं और न ही स्टाफ, जिससे क्षेत्र की महिलाओं ने रोष है. आक्रोशित महिलाओं ने डॉक्टरों व अन्य स्टाफ की नियुक्ति की मांग को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने धरना-प्रदर्शन किया. मंच ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल को अस्पताल के डॉक्टर अखिलेश कुमार यादव के माध्यम से ज्ञापन भी प्रेषित किया.
महिला एकता मंच व युवा एकता संगठन की महिलाओं का कहना है कि क्षेत्र के एकमात्र स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को ओपीडी, प्रसव, ऑपरेशन, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, पैथोलॉजी लैब और एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध नहीं है. महिला एकता मंच की सरस्वती जोशी ने कहा कि कोरोना काल में भी मालधन अस्पताल की हालत बद से बदतर बनी हुई है. सरस्वती जोशी ने कहा कि जनता के आंदोलन के कारण पिछले दिनों राज्य सरकार ने चार डॉक्टरों की नियुक्ति की थी. लेकिन प्रशासन ने मालधन क्षेत्र की उपेक्षा करते हुए चार में से तीन डॉक्टरों को दूसरे अस्पतालों के साथ अटैच कर दिया है, जो मालधन क्षेत्र की जनता के साथ नाइंसाफी है.
महिला एकता मंच की गंगा देवी ने कहा कि अगर मानकों के आधार पर सरकार ने मालधन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की और अन्य सेवाएं उपलब्ध नहीं कराईं, तो क्षेत्र की जनता आंदोलन उग्र करने के लिए बाध्य होगी.