रुद्रप्रयाग: बेरोजगारों को रोजगार न देने को लेकर नरकोटा के प्रभावितों ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग बहुप्रतीक्षित रेल परियोजना निर्माण कार्य को रोक दिया। प्रभावितों का आरोप है कि रेलवे विकास बोर्ड प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को रोजगार न देकर बाहरी लोगों को ही रोजगार दे रहा है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सोमवार को जिला मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत नरकोटा के प्रधान चंद्रमोहन के नेतृत्व में ग्रामीण रेल परियोजना स्थल पर पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने परियोजना के निर्माण कार्य को रोक दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि रेल विकास निगम के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष स्तर और जिलाधिकारी स्तर पर दो बार बैठकें और वार्ता हो चुकी है, जिसमें रेलवे विकास बोर्ड को साफ आदेश दिए गए कि प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाए। इस तरह का रोजगार करने में प्रभावित सक्षम हैं, उन्हें उस रोजगार से जोड़ा जाए। बताया कि दो महीने में अभी तक मात्र 60 बेरोजगारों के सापेक्ष मात्र दो को ही रोजगार मिला है।
ग्राम प्रधान नरकोटा चंद्रमोहन का कहना है कि बेरोजगार से खिलवाड़ किया जा रहा है। गांव की ओर से बेरोजगारों की पूरी सूची आरबीएनएल को दी जा चुकी है, लेकिन अभी तक रोजगार के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। जिला पंचायत अध्यक्ष और जिलाधिकारी के स्पष्ट आदेशों के बाद भी प्रभावित बेरोजगारों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। इस मौके पर भारी संख्या में प्रभावित बेरोजगार मौजूद थे।