देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता ) : प्रधानमंत्री 15-सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष शादाब शम्स ने मुस्लिम समाज में ईद को सादगी से मनाते हुए सभी से सादगी से मनाने की अपील की । उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कोरोना महामारी के संक्रमण काल में के दौरान ईद की नमाज को भी बाकी और नमाजों की तरह सभी लोगो को सामाजिक दुरी का पालन करते हुए अपने घरों पर ही अदा करनी चाहिए । उन्होंने स्वयं माजरा वार्ड के पार्षद आफताब आलम के साथ मुहिम का शुभारंभ सिदरा गैस्ट हाऊस से ईद के अवसर पर ‘मेरा लहू इन्सानियत के नाम’ मुहिम की शुरुआत की ।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से जीवन के बचाव की लड़ाई में इंसानियत और सरकार की जंग जारी है और हम सब इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे । उन्होंने कहा कि इस बीमारी में सबसे बड़ा बचाव सतर्कता और सामाजिक दूरी ही है। ईद के मौके पर दूर से ही दुसरो को ‘ईद मुबारक’ कहते हुए न किसी से भी न हाथ मिलाएं, न गले मिलें, न बोसा दें, न सिर पर हाथ रखें और न रखवाएं, साथ ही शारीरिक दूरी का ध्यान रखें, न लोगों के घर जाएं और न अपने घर बुलाएं। अपने घर पर रहें और बेवजह बाहर न जाएं।
शम्स ने इस अवसर पर मुस्लिम समाज के उत्तराखंडी युवाओं के साथ मिलकर रक्तदान महादान की मुहिम शुरू की तथा इसे नाम दिया गया है ‘मेरा लहू इन्सानियत के नाम’, जिसकी शुरुआत ईद पर देहरादून के माजरा वार्ड के पार्षद आफताब आलम के कार्यालय से हुई। इसके बाद प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में यह मुहिम चलेगी और करीब पांच हजार यूनिट रक्त एकत्रित किया जाएगा, ताकि यह रक्त आपत्तिकाल में किसी भी इंसान की जिंदगी बचने के काम आ सके।
शम्स ने बताया के ईद का पवित्र त्यौहार मोहबत और का पैग़ाम है और हम कभी भी नफ़रतों को नफ़रत से ख़त्म नहीं कर सकते है इस लिए नफ़रतों को मिटाने के लिए मोहबत्त और इन्सानियत का माहौल बनाने की ज़रूरत है उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश मे कोरोना के ख़िलाफ़ इस जंग मे हम ख़ून की कमी नहीं होने देंगे तथा अल्पसंख्यक समाज का युवा अब जागरूक हो गया है और माननीय मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ईमानदार सरकार पर पूरा भरोसा रखता है प्रदेश सरकार के हाथों को और मजबूत करने का कार्य कर रहा है, ये रक्तदान की मुहीम अब पूरे प्रदेश मे रक्तदान शिविरों को आयोजित करके की जाएगी।