उत्तराखंड: लॉकडाउन में 7 साल बाद मिला चार बहनों का इकलौता भाई, परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं

बड़कोट/उत्तरकाशी (नेटवर्क 10 संवाददाता)। कोरोनाकाल का लॉकडाउन कुछ लोगों के लिए भारी खुशियां लेकर भी आया है। इन्हीं में से एक है उत्तरकाशी जिले का बड़कोट का एक परिवार। यहां की बहनों का इकलौता भाई लॉकडाउन पीरियड में साल साल बाद मिला है। बताया गया है कि ये युवक मानसिक तौर पर ठीक नहीं है और सात साल पहले अचानक गायब हो गया था। अब जब युवक मिला है तो उसकी मां और बहनों की खुशी का ठिकाना नहीं है।

ये कहानी है बड़कोट तहसील के घंडाला गांव की। इस परिवार में चार लड़किया हैं और और उनका इकलौता भाई है ये युवक। लॉकडाउन के बीच दिव्यांग युवक को उत्तरकाशी पुलिस राजस्थान के श्रीगंगानगर से बड़कोट ले आयी है। इस युवक को गांव में पंचायत क्वारंटाइन किया गया। बताया गया है कि 30 साल का दयाल सिंह जब 23 साल का था तो अचानक गायब हो गया था। वो घर से ही लापता हो गया था। उसके परिवार वालों ने उसे कई जगह खोजा लेकिन उसका अता पता नहीं चला।

चार दिन पहले राजस्थान के श्रीगंगानगर से पुलिस का फोन आया कि एक युवक घूमता हुआ मिला है जो खुद को उत्तरकाशी के बड़कोट का बता रहा है। बड़कोट पुलिस ने इस सूचना को स्थानीय ग्राम प्रधानों के वॉट्स अप ग्रुप में शेयर किया। इसके साथ ही दूसरे वॉट्स अप ग्रुप्स में भी पुलिस ने सूचना को शेयर किया और युवक की पहचान कराई। इसके बाद पुलिस टीम के कांस्टेबल विशाल और संजय श्रीगंगानगर पहुंचे और मानसिक दिव्यांग युवक को बड़कोट लाए। युवक की मां सोना देवी ने बताया कि उसकी चार बेटियों का दयाल एकलौता भाई है। दयाल के पिता की मौत कई वर्ष पहले हो चुकी है।

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