उत्तराखंड में आखिर क्यों खर्च नहीं कर रहे हैं विधायक अपनी विकास निधि?

देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। पहले तो विधायक विकासनिधि का रोना रोते हैं और जब उनको फंड दिया जाता है तो वे उसे खर्च ही नहीं कर पाते। यही हाल उत्तराखंड का है। यहां कई विधायकों ने करोड़ों की विकासनिधि अभी तक खर्च नहीं की है जबकि अब चुनाव में एक साल ही बचा है। कुछ विधायक ऐसे भी हैं जिन्होंने विकास कार्यों पर जमकर खर्च किया है।

उत्तराखंड में विधायकों के खाते में अब भी 238 करोड़ रुपए से अधिक की विधायक निधि जमा है। जबकि अभी वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए विधायक निधि जारी नहीं हुई है। कई विधायक गत चार सालों में जारी कुल निधि का आधा भी नहीं खर्च कर पाए हैं। प्रदेश में विधायकों को अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए प्रति वर्ष 3.75 करोड़ रुपए मिलते हैं। कोविड के कारण मौजूदा वित्तीय वर्ष से इसमें एक करोड़ की कटौती की गई है।

इस तरह गत चार वर्षों में प्रत्येक विधायक को 14- 14 करोड़ रुपए की निधि आबंटित हो चुकी है। लेकिन निधि खर्च करने में विधायक सुस्त साबित हो रहे हैं। कैबिनेट मंत्रियों सतपाल महाराज, डॉ. हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य, डॉ. धन सिंह के खाते में अभी अच्छी खासी रकम जमा है।

खर्च करने में सबसे आगे
काजी निजामुद्दीन – 1.21 करोड़ बचा है
जीआईजी मैन – 1.45 करोड़ बचा है
धन सिंह नेगी – 1.94 करोड़ बचा है

खर्च करने में सबसे पीछे 
मनोज रावत -8.28 करोड़ बचा है
हरीश धामी – 6.36 करोड़ बचा है
महेश नेगी – 6.02 करोड़ बचा है

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