देहरादून: कोरोना काल में जैसे-जैसे अनलॉक हो रहा है, उतनी ही तेजी से आपराधिक घटनाएं भी बढ़ रही हैं. ऐसे में पुलिस के सामने शातिर अपराधियों की धरपकड़ किसी चुनौती से कम नहीं है. पुलिस ने आम जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गढ़वाल मंडल के सभी जनपदों में 10-10 मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची जारी कर दी है, ताकि जल्द ही जिलेवार सूची के अनुसार इनकी धरपकड़ के लिए अभियान शुरू किया जा सके.
माना जा रहा है कि जेल में बंद अपराधियों से लेकर मोस्ट वांटेड अपराधियों का गिरोह अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में हैं. ऐसे में पुलिस मोस्ट वांटेड अपराधियों की तमाम जानकारी जुटाकर इनकी धरपकड़ का अभियान चलाने जा रही है. पुलिस का मानना है कि लॉकडाउन के बाद बेरोजगारी बढ़ी है. ऐसे में नए अपराधी भी सक्रिय हो गए हैं.
पुलिस को मिली खुफिया जानकारी के मुताबिक, राज्य में कुख्यात अपराधी सक्रिय हो रहे हैं और किसी बढ़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं. ऐसे में मोस्ट वांटेड अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार ने देहरादून, हरिद्वार, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी और पौड़ी गढ़वाल जनपद में 10-10 मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की सूची तलब है. गढ़वाल रेंज में मुख्य तौर से 5 जिलों में वांटेड अपराधियों की सूची आ गई है, जिनकी धरपकड़ का अभियान शुरू किया जा रहा है. बता दें, पुलिस ने देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी और चमोली जनपदों में मोस्ट वांडेट अपराधियों की सूची जारी कर दी है.
अनलॉक में आपराधिक घटनाएं बढ़ना स्वाभाविक- आईजी
गढ़वाल आईजी अभिनव कुमार का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान कर्फ्यू की स्थिति होने के चलते अपराधिक घटनाओं का ग्राफ नीचे आ गया था, लेकिन अब अनलॉक के दौर में सामान्य स्थिति होने के चलते अपराधिक गतिविधियों का बढ़ना भी स्वभाविक है. ऐसे में पुलिस ने समय से पहले सक्रिय अपराधियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है. आईजी के मुताबिक, जेल में बंद कुख्यात अपराधियों कि हर गतिविधियों पर नजर रखने के साथ ही उनसे मिलने वालों के बारे में भी जांच कर जुटाई गई, जिससे जेल से चलने वाले अपराधिक नेटवर्क पर भी शिकंजा कसा जा सके.