देहरादून: उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार ने महामारी के समय दवाई, ऑक्सीजन, अस्पताल बेड समेत अन्य स्वास्थ्य सेवाओं की कालाबाजारी करने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं। पुलिस अब तक कालाबाजारी रोकने के लिए 787 जगह छापे मार कर 15 मुकदमे दर्ज कर चुकी है। डीजीपी अशोक कुमार ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अब तक कुल 2.26 लाख लोगों के खिलाफ सोशल डिस्टेंस का पालन न करने, मास्क न पहनने को लेकर कार्रवाई की गई है। कालाबाजारी रोकने के लिए प्रदेश भर में 158 टीमों के साथ ही एसटीएफ की 10 टीमें लगाई गई हैं। अब तक सभी टीमों ने 787 स्थानों पर दबिश दी है। इस दौरान कालाबाजारी को लेकर कुल 15 मुकदमे दर्ज करते हुए 25 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। डीजीपी ने बताया कि दूसरी लहर में कुल 1454 पुलिस कर्मी संक्रमित हुए, जिसमें से दो की मृत्यु हुई, हालांकि इन पुलिसकर्मियों ने स्वास्थ्य कारणों से वैक्सीन नहीं लगाई थी। उन्होंने बताया कि 25,094 पुलिसकर्मियों में से 24,163 को पहली, जबकि 23,705 को दोनों डोज लग चुकी है। डीजीपी ने कहा कि कोविड कफ्र्यू में लापरवाही की गई तो थाना प्रभारी निलंबित होंगे।