वाशिंगटन, एजेंसी। ट्रंप समर्थकों के बवाल के बाद अमेरिकी संसद ने निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की पुष्टि कर दी। जॉर्जिया में डेमोक्रेटिक उम्मीदवारों की जीत के साथ ही अमेरिकी सीनेट में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स की संख्या बराबर हो गई। सीनेट में 100 सदस्य होते हैं और अब दोनों पार्टी बराबर (50-50) हो चुकी है। इससे पहले अमेरिकी सीनेट में रिपब्लिकन का बहुमत था।
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी कांग्रेस अमेरिका की फेडरल सरकार का द्विसदन है जिसमें हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट शामिल हैं। यूएस कैपिटल हिल बिल्डिंग में हंगामे और हिंसा के कारण संसद में जारी इलेक्टोरल की प्रक्रिया बाधित हुई थी। इसे जो बाइडन नेे राजद्रोह करार दिया है। राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को नहीं स्वीकारने वाले डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपिटल हिल में काफी हंगामा किया और हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया। इसपर अमेरिका में ट्रंप की निंदा की जा रही है और उन्हें राष्ट्रपति पद से तुरंत हटाए जाने की जबर्दस्त मांग की जा रही है।
अमेरिकी सीनेट के एक समूह का कहना था कि वोटिंग में कथित गड़बड़ी की जांच के लिए एक आयोग गठित हो और तब तक जो बाइडन की जीत को नहीं माना जा सकता है। बता दें कि 50 राज्यों के इलेक्टोरल कॉलेज ने जो बाइडन को 306 वोट मिलने की पुष्टि की थी। चुनाव में जीत के लिए इलेक्टोरल कॉलेज के 270 वोटों की आवश्यकता होती है।
यूए कैपिटल हिल में हिंसक घटना के बाद बुधवार को देर से संसद की सदनों में बाइडन के इलेक्टोरल कॉलेज जीत पर दोबारा काम शुरू हुआ और गुरुवार तक इसपर चर्चा चली। सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने चुनाव परिणामों पर जताई गई दो आपत्तियों को खारिज कर दिया और फाइनल इलेक्टोरल कॉलेज वोट को मंजूरी दे दी जिसमें बाइडन को 306 वोट और ट्रंप को 232 वोट मिले हैं।
ट्रंप के हथियारबंद समर्थक यूएस कैपिटल बिल्डिंग में वहां पर घुस आए जहां अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य बैठे थे। बुधवार को अमेरिकी संसद बाइडन की जीत की पुष्टि के लिए विचार-विमर्श के लिए बैठी थी जब ट्रंप समर्थकों ने हमला किया। इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई।