योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता सबसे पहले फंसे हुए मजदूरों को वापस लाना है

लखनऊ (नेटवर्क 10 संवाददाता)।  यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना काल से बेहतर ढंग से निपट रहे हैं। साथ ही अपने प्रदेशवासियों का सबसे ज्यादा ख्याल भी रख रहे हैं। लॉकडाउन 1 की शुरुआत से ही उनकी कोशिश है कि उनके प्रदेश के जो लोग दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए हैं उन्हें प्राथमिकता के तौर पर वापस घर लाया जाए। इतना ही नहीं, योगी ने दूसरे प्रदेशों के लोगों को भी घर पहुंचाने में मदद की है। उत्तराखंड के कई लोगों को उन्होंने दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों से उनके घर तक पहुंचाने में मदद की है।

योगी आदित्यनाथ लगातार अपने प्रदेश के लोगों को फंसी हुई जगहों से वापस ला रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान के कोटा में फंसे कोचिंग के छात्र-छात्राओं को उनके घर तक पहुंचाने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की वरीयता में देश के अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के मजदूर तथा गरीब लोग हैं।

योगी आदित्यनाथ ने की महत्वपूर्ण बैठक

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज लोकभवन में टीम-11 के साथ बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उपाय के साथ ही लोगों के उपचार तथा निदान की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने में सरकार के अभियान की प्रगति को परखा। प्रदेश में हरियाणा से लगभग पूरे मजदूर तथा गरीब लोग प्रदेश में अपने-अपने जिलों में पहुंच गए हैं। आज यानी गुरुवार को मध्य प्रदेश में प्रदेश के कामगारों और श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। आज मध्य प्रदेश से प्रदेश के श्रमिक कामगार लाए जाएंगे। इसके बाद शुक्रवार को गुजरात से श्रमिक तथा कामगार को वापस लाया जाएगा।

योगी ने की भावुक अपील, धैर्य बनाए रखें 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज बैठक में सभी राज्यों में फंसे यूपी के कामगारों और श्रमिकों से भावुक अपील भी की। उन्होंने कहा कि अभी तक आप लोगों ने जिस धैर्य का परिचय दिया है उसे बनाए रखें। हम संबंधित राज्यों की सरकारों से संपर्क कर सभी को घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं। हमारे प्रदेश का कोई भी श्रमिक तथा कामगार इस संकट की घड़ी में किसी अन्य प्रदेश में नहीं रहेगा, यह हमारा प्रयास है। फिलहाल आप लोग जहां हैं, वहीं रहें, संबंधित राज्य सरकारों के संपर्क में रहें, कतई पैदल ना चलें। प्रदेश सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिख कर यूपी के कामगारों और श्रमिकों का विस्तृत ब्यौरा मांगा है। सभी का नाम, पता और मोबाइल नंबर के साथ ही मेडिकल रिपोर्ट मांगी गई है।

लाखों लोगों तक पहुंचाया गया है उनके घर

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा से चंद रोज पहले ही श्रमिक तथा कामगार आए हैं जबकि दिल्ली से 28 व 29 मार्च को चार लाख लोगों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाया गया था। हरियाणा और राजस्थान से भी 50 हजार लोगों को घरों तक पहुंचाया गया है। आज भी हरियाणा से 13 हजार लोगों को भी लाया जा रहा है। प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 15 हजार छात्रों को सरकार सुरक्षित घरों तक पहुंचा चुकी है। राजस्थान के कोटा में फंसे 11,500 छात्र-छात्राओं को भी सरकार सुरक्षित घरों तक पहुंचा चुकी है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में छह लाख लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन का राजस्व विभाग से ब्यौरा भी मांगा। कोरोना से हर तरह से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लेवल – 1, लेवल – 2 और लेवल -3 के कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हजार बेड तैयार करने का भी ब्यौरा प्राप्त किया है।

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