मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को सचिवालय में सचिव ऊर्जा एवं अध्यक्ष यूजेवीएन लिमिटेड राधिका झा एवं प्रबन्ध निदेशक संदीप सिंघल द्वारा राज्य सरकार की अंश पूंजी पर लाभांश के रूप में रूप में रु 40.01 (चालीस करोड एक लाख रूपए) का चेक भेंट किया गया। मुख्यमंत्री ने यूजेवीएनएल द्वारा प्रदेश की ऊर्जा जरूरतों को पूर्ण करने के लिये किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यूजेवीएनएल भविष्य में भी अपनी क्षमताओं का बेहतर उपयोग कर विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करने हेतु प्रयत्नशील रहेगा। मुख्यमंत्री ने निगम के कार्मिकों की मेहनत, लगन एवं बेहतर कार्य संस्कृति की भी सराहना की।
इस अवसर पर सचिव ऊर्जा राधिका झा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि निगम द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में रु 123.01 करोड रुपए का लाभ अर्जित किया गया तथा उसी के अनुरुप राज्य सरकार को निगम की ओर से रु 40.01 करोड लाभांश के रुप में दिया गया है। निगम द्वारा विगत कुछ वर्षों से सरकार को निरंतर लाभांश दिया जा रहा है तथा इस वर्ष का रु 40.01 करोड का यह अभी तक का सर्वाधिक लाभांश है।
- यूजेवीएन द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में रु 123.01 करोड रुपए का किया गया लाभ अर्जित।
- निगम द्वारा 5088.88 मिलियन यूनिट का उच्चतम विद्युत उत्पादन जो ई-फ्लो समाहित करते हुये सर्वोच्च उत्पादन है। अभी तक की रू. 923.43 करोड़ की की गई सर्वोच्च ऊर्जा बिक्री।
सचिव ऊर्जा, राधिका झा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में यूजेवीएन लिमिटेड द्वारा निर्धारित लक्ष्य 4822 मिलियन यूनिट के सापेक्ष 5088.88 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन किया गया जो कि पर्यावरणीय प्रवाह ( ई-फ्लो ) को समाहित करते हुए अभी तक का निगम का उच्चतम विद्युत उत्पादन है। इसी क्रम में निगम द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 में कुल रू0 923.43 करोड की ऊर्जा विक्रय की गई जो कि निगम की स्थापना के बाद से अभी तक की अधिकतम ऊर्जा विक्रय है। इस अवसर पर यूजेवीएनअल निदेशक पुरूषोत्तम सिंह, सुधाकर बड़ोनी एवं एस.सी. बलूनी आदि उपस्थित थे।