लद्दाख: भारत चीन बॉर्डर पर खूनी झड़प, सेना के कर्नल और 2 सैनिक शहीद

(नेटवर्क 10 संवाददाता ) : भारत-चीन (India-China) के बीच गलवान घाटी (Galwan Valley) में LAC पर तनाव के बीच बड़ी घटना हुई है. देर रात चीन के साथ डी-एस्क्लेशन की प्रक्रिया के दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच LAC पर गलवान में हुए फेसऑफ में भारतीय सेना के अधिकारी और दो सैनिक शहीद हो गए हैं.

स्थिति को शांत करने के लिए घटनास्थल पर दोनों देशों के बीच सैन्य अधिकारियों की बैठक जारी है. भारतीय सेना (Indian Army) के आर्मी कर्नल (कमांडिंग ऑफिसर ऑफ इनफेंट्री बटालियन ) और दो आर्मी जवान इस फेस-ऑफ मे शहीद हुए हैं. लद्दाख (Ladakh) की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी-सैनिकों के बीच हुए संघर्ष (Face-off) में ये शर्मनाक घटना सामने आई है.

आर्मी ने इस मामले पर किसी कांफ्रेस से इनकार किया है, पहले खबर थी कि आर्मी 2 बजे इस घटना पर प्रेस काफ्रेंस करेगी, हालांकि घटना के बारे में आर्मी ने जानकारी साझा कर दी है. घटना के बाद देश के विपक्षी दलों ने प्रतिक्रिया देते हुए सरकार से इस मामले पर जवाब देने की मांग की है. वहीं इस घटना के बाद केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ), विदेश मंत्री के साथ बैठक की है, बताया जा रहा है कि इस बैठक में थल सेना प्रमुख भी मौजूद हैं.

चीन ने कहा कि एकतरफा कार्रवाई न करे भारत

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) इस घटना के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को जानकारी देंगे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक चीन के विदेश मंत्रालय ने चीनी आर्मी के साथ हुए संघर्ष में भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद किसी भी तरह की एकतरफा कार्रवाई न करने या तनाव को न बढ़ाने की भारत सरकार से अपील की है.

संघर्ष में नहीं हुई फायरिंग, पत्थरबाजी हुई

भारतीय सेना के सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि चीन को भी इस संघर्ष में नुकसान हुआ है. हालांकि इस दौरान कोई फायरिंग नहीं हुई है, पत्थरबाजी की वजह से ये घटना हुई है. चीन के विदेश मंत्रालय ने भारतीय सेना पर LAC को क्रॉस करने का आरोप भी लगाया है.

दोनो देश शांति और तनाव करने पर सहमत: चीन विदेश मंत्री

चीन के विदेश मंत्री (China Foreign Minister) ने कहा है कि चीन और भारत दोनों पक्ष बॉर्डर पर शांति और तनाव को कम करने के लिए बातचीत पर सहमत हो गए हैं. भारत के मेजर जनरल और चीन गलवान घाटी में शांति के जरिए विवाद सुलझाएंगे. आपको बता दें कि 22 जून को भारत, चीन और रूस के विदेश मंत्रियों की बातचीत प्रस्तावित है.

  • रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी को गलवान की पूरी घटना पर ब्रीफ किया है.
  • आर्मी चीफ एमएम नरवणे की पठानकोल मिलिट्री स्टेशन के लिए प्रस्तावित विजिट को घटना के बाद रद्द कर दिया गया है.

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