भोपाल (नेटवर्क 10 संवाददाता)। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के जोड़-तोड़ से शिवराज सिंह चौहान की अगुआई में भाजपा की सरकार तो बन गई, लेकिन पालेबंदी साफ तौर पर दिखने लगी है। तमाम कवायद के बाद किसी तरह मंत्रिमंडल का विस्तार तो हो गया, लेकिन अब विभागों के बंटवारे को लेकर मशक्कत शुरू हो गई है। शिवराज इसके लिए शनिवार को दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन अचानक देर शाम यह यात्रा टल गई। सूत्रों का कहना है कि अब वे रविवार को सुबह दिल्ली जाएंगे। इससे कामकाज का बंटवारा होने में और भी विलंब हो सकता है।
शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों शिव के विष पीने की बात कहकर अपने दिल का गुबार तो निकाल दिया, लेकिन उनकी पीड़ा कम नहीं हो सकी। मंत्रिमंडल विस्तार के दो दिन बीत जाने के बावजूद विभागों को लेकर आम राय नहीं बन पाई। शिवराज की सरकार बनाने का सबसे बड़ा श्रेय ज्योतिरादित्य सिंधिया को है और सिंधिया इस एवज में अपने समर्थकों को अच्छे और प्रभावी विभाग दिलवाना चाहते हैं।