कोटद्वार: कूड़ा निस्तारण के लिए नगर निगम ने कवायद तेज कर दी है। अस्थायी ट्रेंचिग ग्राउंड में इसी माह ट्रोमिल (कूड़ा छंटाई) मशीन का ट्रायल शुरू कराया जाएगा। वहीं, छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मॉडल के ट्रायल के लिए वार्ड नंबर-38 में भूमि भी चयनित कर ली गई है। आबादी के बीच स्थित अस्थायी ट्रेंचिग ग्राउंड का कूड़ा निस्तारण करना नगर निगम प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। अभी तक स्थायी ट्रेंचिग ग्राउंड के लिए भूमि भी उपलब्ध नहीं हो पाई है। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) भी इस मुद्दे का संज्ञान ले चुका है। पिछले साल 23 अक्टूबर को नगर निगम ने अस्थायी ट्रेंचिग ग्राउंड पर बॉयो रेमिडिएशन मशीन की शुरुआत की थी। करीब छह लाख की लागत से खरीदी गई इस मशीन से अभी तक करीब 80 टन कूड़े की छंटाई हो चुकी है।
वर्तमान में यह मशीन दो शिफ्ट सुबह आठ से दोपहर 12 व दोपहर दो से शाम पांच बजे तक चल रही है। अभी कूड़ा गीला होने की वजह से यह मशीन क्षमता के अनुरूप नहीं चल रही है। इधर, नगर निगम इसी माह ट्रोमिल मशीन का ट्रायल करने की तैयारी में है। नगर आयुक्त पीएस शाह ने बताया कि मशीन से सकारात्मक परिणाम मिलने पर इस मशीन की खरीद कर दी जाएगी। बताया कि इस संबंध में काबीना मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डॉ. हरक सिंह रावत से भी वार्ता की गई है।
वार्ड नंबर-38 में चयनित हुई भूमि
नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि कूड़ा निस्तारण के लिए छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर मॉडल का भी ट्रायल किया जाएगा। इसके लिए एक एनजीओ से संपर्क किया गया है। साथ ही वार्ड नंबर 38 में अलग-अलग हिस्सों में दस बीघा भूमि चयनित करने के साथ ही इसके हस्तांतरण की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। इस मॉडल के परिणाम सकारात्मक मिलने पर सभी वार्डों में इसे प्रयोग में लाया जाएगा।