हल्द्वानी (नेटवर्क 10 संवाददाता)। हल्द्वानी के गौलापार में एक बाघ घायल अवस्था में देखा गया तो पूरे वन विभाग में हड़कंप मच गया।बाद में वन विभाग के अमले ने इस बाघ को रेस्क्यू किया। ट्रेंक्युलाइज करके बाघ को लाया गया। बाघ की उम्र करीब 8 साल है। अभी ये नहीं पता चल पाया है कि बाघ आखिर घायल कैसे हुआ।
दरअसल सोमवार को सुबह करीब 10 बजे गौलापार के दानीबंगर क्षेत्र में एक घायल बाघ के नजर आने पर वन विभाग और ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। सूचना पर डीएफओ संग चिकित्सकों व वनकर्मियों की टीम भी पहुंच गई, जिसके बाद घायल बाघ को ढूंढने का प्रयास किया गया। सात घंटे बाद झाड़ी किनारे दिखने पर उसे टैंकुलाइज कर मौके पर ऑक्सीजन के साथ ग्लूकोज भी चढ़ाया गया। बाद में उसे निगरानी के लिए रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा गया।
एसडीओ धु्रव सिंह मर्ताेलिया ने बताया कि जिस इलाके मेंं बाघ के मूवमेंट का पता चला था, वह गौला रेंज का रोखड़ क्षेत्र था। वहां विभाग ने सुरक्षा दीवार बनाई थी। डीएफओ संदीप कुमार, वन्यजीव चिकित्सक दुष्यंत, डा. हिमांशु पांगती व डा. यूसी उनियाल समेत रेंज का फोर्स भी बाघ को तलाशने में जुटा था। शाम करीब पांच बजे झाडिय़ों किनारे नजर आने पर उसे टै्रंकुलाइज कर लिया गया। बाघ की उम्र करीब आठ साल है। उसके पैर व पंजों पर चोट भी थी। आमतौर पर दो बाघों के बीच संघर्ष होने की स्थिति में इस तरह की चोट लगती है। फिलहाल रेस्क्यू सेंटर की टीम उसकी निगरानी कर रही है।