देहरादून: उत्तराखण्ड में संचालित रोपवे इमरजेंसी के लिए आयोजित संयुक्त मॉक अभ्यास में एसडीआरएफ, पुलिस, आइटीबीपी,एनडीआरफ, अग्निशमन , स्वास्थ्य विभाग ने हिस्सा लिया। मंगलवार को भट्टा फॉल मसूरी रोपवे में आयोजित मॉक ड्रिल में SDRF टीम के जवानों ने रोप रेस्क्यू की विभिन्न तकनीकों का प्रयोग करते हुए रोपवे पर बीच में अटकी ट्रॉली तक अपनी पहुँच बनाई व ट्रॉली में सवार लोगों को एक-एक रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
झारखण्ड राज्य के देवघर में त्रिकूट पहाड़ रोपवे दुर्घटना के उपरान्त अपने प्रदेश में इस प्रकार की घटनाओं के न्यूनीकरण हेतु समय समय पर मॉक ड्रिल आयोजित की जाती रही है, जिसमे SDRF द्वारा प्रतिभाग कर अपनी कार्यदक्षता एवम कुशलता को निरन्तर बढ़ाया जाता है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य इस प्रकार की घटना में प्रतिवादन व पूर्व तैयारी करना था, जिससे ऐसी घटनाओं में कम से कम समय में त्वरित प्रतिवादन कर जान-माल की हानि का न्यूनीकरण किया जा सके साथ ही अन्य बचाव इकाईयों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए रेस्क्यू कार्य में निपुणता व कुशलतापूर्वक कार्य किया जा सके।
एसडीआरएफ द्वारा अपनी रेस्क्यू क्षमता व कार्यकुशलता को बढ़ाने हेतु समय-समय पर जनपद एवं राज्य स्तर पर आयोजित की जाने वाली मॉक ड्रिल में भी प्रतिभाग किया जाता है।