अल्मोड़ा: देवभूमि उत्तराखंड में कदम कदम पर ऐसी शक्तियां विराजमान हैं, जहां दुनिया सर झुकाती है। आप यह भी जानते होंगे कि देवभूमि में न्याय के देवता गोलू देवता का भी मंदिर है। कहा जाता है कि गोलू देवता के दर में इंसाफ की गुहार लगाने वाले को इंसाफ जरूर मिलता है।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग में हुए पेपर लीक एवं विधानसभा में हुईं बैकडोर भर्तियों के विरोध में युवाओं ने न्याय के देवता गोल्ज्यू के दरबार में जाकर न्याय की गुहार लगाई है। बेरोजगार युवाओं ने न्याय के देवता गोल्ज्यू से प्रदेश में हो रहीं भर्तियों में भ्रष्टाचार में लिप्त दोषियों पर कठोर दंड दिए जाने की मांग की है।
गौरतलब है कि पिछले तीन दिन से पीड़ित छात्र लगातार सरकार से यूकेएसएसएससी घोटाले में सीबीआई मांग की जांच कर रहे हैं। प्रथम चरण में 29 अगस्त को युवाओं द्वारा चौघानपाटा में पोस्टर और जन गीतों के माध्यम से विरोध प्रदर्शन किया। दूसरे चरण में 30 अगस्त को जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को घोटाले की सीबीआई जांच के लिए ज्ञापन सौंपा गया। अब तीसरे और अंतिम चरण में बुधवार को न्याय के देवता गोल्ज्यू दरबार में अर्जी लगा कर न्याय की गुहार लगाई हैं।
कुमाऊंनी भाषा में लिखी इस अर्जी में लिखा है कि गरीब बेरोजगार छात्रों की सुनने वाला कोई नहीं है ,हे गोल्ज्यू अब तुम ही हमारा न्याय करना। देवभूमि को लूट लूट कर बर्बाद करने वालों का हिसाब करना। न्याय के देवता गोल्ज्यू दरबार में अर्जी देने वालों में छात्र नेता आशीष पंत, भास्कर भौर्याल, कमलेश कुमार, प्रेम कुमार, मनोज भट्ट ,लीला देवी, ज्योति भट्ट आदि मौजूद थे।