UP में बलरामपुर के मदरसों में फिर निकला भ्रष्टाचार का जिन्न

बलरामपुर. उत्तर प्रदेश में बलरामपुर (Balrampur) के मदरसों में भ्रष्टाचार (Corruption in Madarsas) के नये-नये मामले प्रकाश में आ रहे हैं. मदरसा सेवा नियमावली को ताक पर रखकर शिक्षा माफिया मदरसों पर कब्जा जमा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला सामने आने पर मदरसा प्रिंसिपल और प्रबंधक समेत 6 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी  का केस दर्ज किया गया है. मामला पचपेड़वा स्थित मदरसा फजले रहमानिया का है. यह मदरसा अंजुमन नाशिरुल उलूम नामक संस्था के द्वारा संचालित है. मदरसा शिक्षा माफिया के रुप में कुख्यात अहमदुलकादरी इसी संस्था के अध्यक्ष और शब्बीर हसन प्रबन्धक थे.

डीएम श्रुति का कहना है कि यह बहुत ही गम्भीर प्रकरण है. उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराई जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

लॉकडाउन के दौरान किया मदरसे पर अवैध कब्जा

कोरोना काल में जब पूरे देश में आपातकाल जैसी परिस्थिति थी और सभी शिक्षण संस्थाएं बन्द थीं तो संस्था के अध्यक्ष अहमदुल कादरी और इनके गैंग में शामिल 5 अन्य लोगों ने 30 मई 2020 को कूटरचना करके फर्जी दस्तावेजों के सहारे तथ्यों को छिपाकर प्रबन्धक शब्बीर हसन को पद से हटाकर को खुद संस्था का प्रबन्धक बन बैठे. अहमदुल कादरी खुद सरकारी कर्मचारी है और मदरसा जामिया आयशा सिद्दीका निस्वा कालेज, सिसहनिया बरगदही में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत है.

इस तरह रचा षड्यंत्र

संस्था को हड़पने की नीयत से षड्यन्त्र करके अहमदुल कादरी ने डिप्टी रजिस्ट्रार चिट्स फण्ड अयोध्या के यहां कार्रवाई भी प्रस्तुत कर दी. संस्था के पूर्व प्रबन्धक शब्बीर हसन ने इस पूरे प्रकरण से डिप्टी रजिस्ट्रार को अवगत कराते हुये आरोप लगाया कि अहमदुल कादरी ने दुरभिसन्धि करके षड्यंत्र तैयार किया और तथ्यों को छिपाकर खुद प्रबन्धक बन बैठा है. शब्बीर हसन की तहरीर पर नगर कोतवाली जनपद अयोध्या में अहमदुल कादरी समेत 6 लोगों के खिलाफ धोखाधडी का केस दर्ज किया गया है.

सरकारी शिक्षक बन गए कार्यकारिणी के सदस्य

फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार का एक बडा प्रमाण यह भी है कि अंजुमन नाशिरुल उलूम संस्था के फर्जी ठंग से प्रबन्धक बने अहमदुल कादरी ने अपने गैंग में शामिल 5 अन्य लोगों को फर्जी तरीके से इसी संस्था के प्रबन्ध कार्यकारिणी का सदस्य बना रखा है, जो सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक व अन्य पदों पर तैनात हैं.

ये हैं आरोपी, यहां करते हैं नौकरी

संस्था की कार्यकारिणी के सदस्य शकील रजा प्राथमिक विद्यालय सिसहनिया बरगदही में हेडमास्टर के रुप में कार्यरत है, जबकि मोहम्मद जकारिया प्राथमिक विद्यालय अचकवापुर, पचपेडवा में हेडमास्टर है. आरोपी उस्मान अली गैंसडी शिक्षाक्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय भोजपुर संतरी में सहायक अध्यापक है जबकि मोहम्मद अजीज मदरसा दारुल उलूम उस्मानिया अफजलुल मदारिस, मलदा पचपेडवा में शिक्षक और शमशाद आलम इसी मदरसे में अनुचर के पद पर तैनात है.

मदरसा सेवा नियमावली के अनुसार लाभ के पद पर रहते हुए कोई किसी संस्था की कार्यकारिणी का सदस्य नहीं हो सकता है. लेकिन इन सभी लोगों ने तथ्यों को छिपाकर और अपने मूल व्यवसाय के इतर कृषि को व्यवसाय दिखाकर संस्था के सदस्य बने. इन सभी छ: लोगो पर धोखाधडी का केस दर्ज हुआ है.

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