उत्तराखंड: ये कैसी पत्रकारिता, प्रवासियों पर मुख्यमंत्री के बयान को अधूरा पेश कर अनर्थ प्रचारित कर डाला

रूद्रपुर (नेटवर्क 10 संवाददाता)। सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रुद्रपुर के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें पता था कि प्रवासियों के आने से प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ेंगे इसलिए हमने इसकी पहले ही तैयारी कर ली थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम वक्त वक्त पर यहां तक कि हर रोज़ हालात की और तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। सभी लोग सावधानी बरतें।

मुख्यमंत्री द्वारा ये पूरी बात कही गई लेकिन सोशल मीडिया में इस बात को आधा अधूरा प्रचारित किया जा रहा है। लिखा जा रहा है कि मुख्यमंत्रीने कहा कि रवासियों की वजह से कोरोना फैल रहा है। जबकि मुख्यमंत्री की पूरी बात को उनके शब्दों में नही बताया जा रहा है। अधूरा बयान छापकर मुख्यमंत्री को प्रवासियों के खिलाफ ब्यानबाज़ साबित करने की इस कोशिश की नेटवर्क 10 टीवी निंदा करता है। कुछ न्यूज़ पोर्टल्स ने बाकायदा लिखा है कि मुख्यमंत्री ने कोरोना फैलाने का ठीकरा प्रवासियों के सिर फोड़ा है। जबकि मुख्यमंत्री के बयान को अगर पूरा देखें तो पता चलता है कि उन्होंने ऐसा कुछ भी गलत नहीं कहा है।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह के बयानों को पहले भी आधा अधूरा छापकर अर्थ का अनर्थ निकालकर जबरन उनके खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश हुई है। अगर विपक्ष के राजनीतिक दलों से जुड़े लोग ऐसा करें तो कुछ समझ आता है लेकिन समाचार और सूचनाएं पेश करने वाला समाचार माध्यम ही ऐसा करने लग जाएं तो ये पत्रकारिता पर काला धब्बा है। असल पत्रकारिता सूचना को सीधे रूप में देना है, किसी के भी बयान को हू बहू बिना संपादित प्रकाशित अथवा प्रसारित करना है। विश्लेषण बिल्कुल भिन्न बात है।

कुमाऊं भ्रमण पर थे मुख्यमंत्री

त्रिवेंद्र सिह रावत ने अपने भ्रमण के दौरान राधास्वामी सत्संग व्यास स्टेजिग एरिया मे संचालित कोविड-19 से सम्बन्धित राहत केन्द्र क्वारंटीन सेंटर का जायजा लिया। इसके बाद जिला चिकित्सालय मे रामसुमेर शुक्ल मेडिकल कालेज के 300 बेडों के चिकित्सालय का निरीक्षण एवं चिकित्सालय मे व्यवस्थाओ का जायजा लिया। इसके उपरान्त मुख्यमंत्री श्री रावत एपीजे अब्दुल कलाम सभागार मे कोविड-19 राहत कार्यो एवं बचाव मे लगे सम्बन्धित अधिकारियो की समीक्षा बैठक की। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड में विभिन्न प्रान्तो से आ रहे प्रवासियों से कोरोना पाॅजिटिव केस बढ रहे हैं। ऐसे में सभी लोगों को एहतियात बरतने की आवश्यकता है। विभिन्न प्रान्तो से उत्तराखण्ड के लोगों को लाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। सरकार को पहले से ही अनुमान था कि बाहर से लोगों को लाने पर कोरोना केस बढेंगे इसलिए सरकार पहले से ही तैयारियों में जुटी है। सरकार हर परिस्थिति से लड़ने व निपटने के लिए तैयार व सक्षम है। समीक्षा बैठक मे मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिह तथा वित्त एवं स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटीन किये गये व्यक्ति क्वारंटीन के नियमों का पालन करेें जो क्वारंटीन व्यक्ति क्वारंटीन नियमों का पालन नही करते हैं उनसे सख्ती से पालन करवाया जाए। उन्होने कहा कि संक्रमण का दौर है सभी जनता अपनी जिम्मेदारियों को समझे व इस लडाई मे सहयोग करें।

मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण के लिहाज से आनेवाले 10 दिन काफी अहम होंगे ऐसे में हम एहतियात बरतने की जरूरत होगी तथा संयम से कार्य करने व रहने का समय है। उन्होने कहा जिन्हे क्वारंटीन किया गया है अगर अगले 10 दिन तक उनकी रिपोर्ट नगेटिव आने के साथ ही उनमें दूसरे लक्षण भी नही दिखते है तो ऐसे लोगो को घर भी भेजा जा सकता है।

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिह ने बताया कि राज्यभर मे अब तक 1.54 लाख लोग आ चुके हैं। बाहर के प्रान्तों से लोगो का आना बढ रहा है इसलिए आने वाले समय में कोविड केयर चिकित्सालय में पर्याप्त व्यवस्थाओं के साथ ही कोरेन्टीन सेन्टर में भी पर्याप्त व्यवस्थायें रखी जांए।
जिलाधिकारी डा0 नीरज खैरवाल ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगो का स्वास्थ विभाग द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरान्त ही उन्हे होम अथवा संस्थागत क्वारंटीन किया जा रहा है व लगभग 11138 लोगो को होम कवारंटीन किया गया तथा लगभग 170 ग्रामीण क्षेत्रो मे विलेज क्वारंटीन सेंटर बनाये गये है। उन्होने बताया 1546 लोगो को फैसेलिटी क्वारंटीन किया गया। उन्होने बताया स्थानीय होटलो मे भी क्वांरटीन फेसिलिटी हेतु व्यवस्था की गई है। उन्होने बताया जनपद की सीमाओ पर 124 चैक पोस्ट बनाये गये है, जिसमे केवल 11 चैक पोस्ट द्वारा ही जनपद मे लोगो को प्रवेश कराया जा रहा है।

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