देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। इस बार ऐसा सूर्यग्रहण लगने जा रहा है कि दुनिया ये नजारा पूरे 900 साल बाद देखेगी। यानि इस दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं है जिसने पहले ऐसा सूर्य ग्रहण देखा होगा। इस सूर्यग्रहण के दौरान सूरज एक अंगूठी की तरह दिखेगा। जिसके चारों तरफ आग दिखाई देगी। हालांकि इस तरह के नजारे कुछ सालों में दिख जाते हैं लेकिन ऐसा सूर्यग्रहण पूरे 9 सौ साल बाद लगने जा रहा है। ये सूर्यग्रहण 21 जून को लगेगा।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये सूर्यग्रहण दुर्लभ है। दरअसल उनका कहना है कि इस ग्रहण के दौरान वलयाकार (एन्यूलर) स्थिति की अवधि 30 सेकेंड तक ही रहेगी। इस सूर्यग्रहण के बारे में मीडिया में भी रिपोर्ट्स छपी हैं। दैनिक जागरण के पत्रकार रमेश चंद्रा की रिपोर्ट में बताया गया है कि आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के सौैर वैज्ञानिक के अनुसार ग्रहण का बनना अपने आप में अद्भुत संयोग है। इस बार के सूर्यग्रहण में जो स्थिति बनने जा रही है, उसी ने इसे दुर्लभ ग्रहणों में शुमार किया है। इसकी वजह है सूर्य व चंद्रमा के बीच की दूरी।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ग्रहण के दौरान सूर्य पृथ्वी से दूरस्थम स्थिति यानी 15,02,35,882 किमी दूर होगा। वहीं, चंद्रमा भी 3,91,482 किमी दूरी से अपने पथ से गुजर रहा होगा। यदि चंद्रमा पृथ्वी से और नजदीक होता तो यह पूर्ण सूर्यग्रहण बन जाता। वहीं, सूर्य यदि थोड़ा नजदीक होता तो ग्रहण का स्वरूप भी कुछ भिन्न होता। परंतु यह ग्रहण वलयाकार लगने जा रहा है। जिसमें चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को नही ढक पाएगा। चंद्रमा करीब तीस सेकेंड के लिए ही सूर्य के अधिकांश हिस्से को ढक पाएगा। इस दौरान सूर्य का आखिरी हिस्सा एक रिंग के समान नजर आएगा।
तो आप सब लोग भी तैयार हो जाइए इस अदभुत नजारे और संयोग को देखने के लिए।