देहरादून: द्वाराहाट के बीजेपी विधायक महेश नेगी पर लगा यौन उत्पीड़न के आरोप का मामला अब उत्तराखंड महिला आयोग तक पहुंच गया है. इस मामले में महिला आयोग की तरफ पुलिस को भी एक पत्र लिखा गया है. हालांकि, सत्ताधारी पार्टी के विधायक होने के नाते सरकार और आयोग के लोग इस मामले में कुछ भी ज्यादा बोलने से बच रहे हैं.
सत्ताधारी पार्टी के विधायक पर जिस तरह के आरोप लगे है उससे सरकार की छवि भी धूमल हो रही है. हालांकि, इस मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि फिलहाल दोनों पक्षों से शिकायत पुलिस के पास पहुंची है. जिस पर पुलिस जांच करने के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है.
शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने कहा कि एफआईआर दर्ज हो गयी है, लेकिन जो सामान्य जांच की प्रक्रिया है उसे पूरा करना पड़ेगा. जांच में जो भी विषय निकलकर सामने आएगा उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल का कहना है कि महेश नेगी व्यवहार कुशल और सुलझे हुए व्यक्ति है. वह नेशनल खिलाड़ी भी रह चुके हैं. ऐसे में विधायक के ऊपर लगे आरोपों पर जल्दबाजी में कुछ कहना उचित नहीं है. मामले की जांच जारी है. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.
बता दें कि द्वाराहाट के एक महिला ने बीजेपी विधायक महेश नेगी पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. महिला का आरोप है कि विधायक ने उसका दो साल तक यौन शोषण किया है. महिला की एक बेटी भी है, जिसे वह विधायक की ही बता रही है. महिला ने अपने आरोपों को पुख्ता करने के लिए बच्ची की डीएनए टेस्ट तक कराने की बात कही है.
वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी विधायक महेश नेगी की पत्नी ने भी आरोप लगाने वाली महिला पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है. विधायक नेगी की पत्नी ने महिला के खिलाफ देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया है. जिसमें कहा गया है कि उसने विधायक को ब्लैकमेल कर 5 करोड़ रूपये की मांग की थी.