चक्रवाती तूफान ‘निवार’ (Nivar Cyclone Status) अगले 12 घंटे में अति विकराल रूप धरकर बुधवार आधी रात या गुरुवार तड़के तमिलनाडु और पुडुचेरी के बीच तट से टकराएगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी. इस बीच सरकार ने कहा है कि चेम्बरमबक्कम झील में क्षमता से अधिक पानी होने की आशंका के चलते झील का पानी छोड़ा जाएगा.
बुधवार को आईएमडी द्वारा जारी बुलेटिन में कहा गया, ‘चक्रवाती तूफान (Nivar Cyclone Status) के अगले 12 घंटे में अति विकराल रूप धरने की आशंका प्रबल है. इसके उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और 25 नवंबर की रात या 26 नवंबर तड़के तमिलनाडु और पुडुचेरी के बीच कराईकल और मामल्लापुरम पर तट से टकराने की आशंका है. तूफान की गति 120-130 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी जो बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.’
चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में रातभर बारिश हुई और निचले स्थानों में जलभराव हो गया. चक्रवात के खतरे को देखते हुए तमिलनाडु में बुधवार को अवकाश घोषित किया गया है. इस बीच लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि चेम्बरमबक्कम झील से एक हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा क्योंकि इसमें पानी अधिकतम स्तर पर पहुंचने वाला है. उन्होंने कहा कि पानी मध्याह्न 12 बजे से छोड़ा जाएगा.