देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। इस वक्त एक बड़ी खबर आ रही है। खबर है कि सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत को एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया है। दोनों को होम क़्वारेनटाइन होने की सलाह दी गई है। दोनों कोरोना पॉजिटिव हैं और दोनों को कल ही एम्स में भर्ती कराया गया था।
अब इस बात को लेकर सवाल उठने लाज़मी हैं कि महाराज और उनकी पत्नी को एक ही दिन में कैसे हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई जबकि दोनों कोरोना संक्रमित हैं।
किसी भी मरीज़ को जब हॉस्पिटल में भर्ती कराया जा रहा है तो कम से कम उसको 14 दिन अस्पताल में रखा जा रहा है। इस बीच काम से कम 3 बार उनकी टेस्टिंग की जाती है और तीसरी बार भी रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही अस्पताल से छुट्टी दी जाती है।
ये किसी की भी समझ से बाहर है कि सतपाल महाराज और उनकी पत्नी को छुट्टी क्यों और किस नियम के तहत दी गयी। सतपाल महाराज के परिवार के 3 अन्य लोगो को भी अस्पताल से छुट्टी दी गयी है और इन सबको होम क़्वारेंटीन रहने की सलाह दी गयी है।
बताया गया है कि परिवार के सदस्यों के आग्रह पर एम्स प्रशासन ने इनको छुट्टी दे दी। सभी कोरोना के एसिंप्टोमेटिक बताए जा रहे हैं मरीज। एम्स के चिकित्सकों की टीम ने सभी का कोविड-19 का सैंपल भी लिया। निजी लैब की रिपोर्ट के आधार पर किया गया था पर्यटन मंत्री के परिवार के सदस्यों को एम्स में भर्ती। एम्स के डीन डा. यूबी मिश्रा के अनुसार केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक किया गया डिस्चार्ज।