उत्तरकाशी: अब प्रदेश सरकार ने धामों में से एक यमुनोत्री धाम की यात्रा के लिए प्लान बनाया है। उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए तरह तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। यमुनोत्री धाम का सफर आगामी दिनों में बेहद सुगम और सुखद साबित होने वाला है। अब यमुनोत्री तक पहुंचने के लिए खड़ी चढ़ाई करने की कोई जरूरत नहीं है। बहुत जल्द खरसोली से यमुनोत्री तक 183 करोड़ की लागत से रोपवे बनने जा रहा है। जिसके चलके श्रद्धालु तीन घंटे का सफर महज नौ मिनटों में पूरा कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परियोजना में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए हैं और इसी कड़ी में यमुनोत्री रोपवे को लेकर भी कवायद तेज हो गई है। यमुनोत्री धाम तक पहुंचने के लिए खरसाली से 6 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई तय करनी पड़ती है। 2008 में यमुनोत्री धाम में रोपवे बनाने का मुद्दा उठाया गया मगर तब बात आगे नहीं बढ़ी। 2010 में एक बार फिर इस ओर पहल हुई और रोपवे निर्माण का जिम्मा एक फर्म को सौंपा गया।
2014 में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इसके लिए आपत्ति जारी की जिसके बाद पिछले 3 साल से यह मामला लटका हुआ था। अब आखिरकार यमुनोत्री रोपवे के निर्माण में एक फर्म ने रुचि ले ली है और पर्यटन विभाग एग्रीमेंट की कार्यवाही कर रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही यमुनोत्री में रोपवे का काम शुरू होगा। प्रयास है कि इसी वर्ष में कार्य शुरू हो जाए ताकि पर्यटक और श्रद्धालु आसानी से यमुनोत्री पहुंच सकें। अब रोपवे निर्माण के मद्देनजर पूर्व में बनाई गई कंपनी नई फर्म को सौंपी जाएगी। प्रयास ये है कि पीपीपी मोड में बनने वाली यमुनोत्री रोपवे परियोजना पर इसी वित्तीय वर्ष में कार्य शुरू हो।