देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड में जगह जगह सड़कों के डामरीकरण में घपले की शिकायतें मिली हैं। डामरीकरण में मानकों को दरकिनार रखने की शिकायतों के बाद सीएम तीरथ सिंह ने सभी सड़कों के डामरीकरण की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे दोषियों पर कार्रवाई करें।
राज्य में सड़क डामरीकरण के लिए केंद्र सरकार से मिले बजट के दुरुपयोग की शिकायतों के बाद तीरथ सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। केंद्र ने राज्य को विशेष सहायता के तहत 600 करोड़ रुपये का बजट दिया था। इसमें से करीब चार सौ करोड़ राज्य की लगभग 1400 किलोमीटर सड़कों के डामरीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग को दिए गए। डामरीकरण में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की शिकायतों को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गंभीरता से लिया है।
उन्होंने प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु को इस मामले में सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर जांच कराने के निर्देश दिए हैं। जहां सड़कों की गुणवत्ता खराब मिले, वहां दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। सुधांशु ने बताया कि सीएम के निर्देश पर सभी जिलाधिकारियों को डामरीकरण की जांच को कहा गया है। यदि कहीं भी गड़बड़ी मिली तो दोषी इंजीनियरों व ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।