गरमपानी : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित रामगाढ़ जलविद्युत परियोजना की क्षतिग्रस्त नहर को दुरुस्त करने व उत्पादन बढ़ाने के लिए विभागीय अधिकारियों के ठोस कदम उठाने के दावे के बाद अब परियोजना के आसपास के क्षेत्र को विकसित करने की ओर भी कदम कदम बढ़ा दिए हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार पर्यटन विभाग से बकायदा प्रस्ताव तैयार कर निदेशालय भेजा जा चुका है। स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लॉकडाउन से प्रदेश में पर्यटन गतिविधि थम गई थी। अब कुछ तेजी मिली है। पर्यटको के बढ़ते कदम से कारोबारी के चेहरों पर रौनक है वहीं अब तमाम क्षेत्रों को पर्यटन के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर रामगाढ़ क्षेत्र में स्थित रामगाढ़ जल विद्युत परियोजना के आसपास के क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरु हो चुकी है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार मुख्य विकास अधिकारी नरेंद्र भंडारी के निर्देश पर पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने बकायदा निरीक्षण कर रिपोर्ट भी तैयार कर दी है। रिपोर्ट तैयार कर निदेशालय को भी भेजी जा चुकी है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही जल विद्युत परियोजना के आसपास का क्षेत्र नए रंग रूप में नजर आएगा। उरेडा के वरिष्ठ परियोजना अधिकारी संदीप भट्ट ने बताया कि सीडीओ के निर्देश पर पर्यटन विभाग से जुड़े अधिकारियों ने मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार की है। हमसे भी अनापत्ति मांगी गई। पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित हो सकेगा।
कई झरने हैं गुमनाम
हाईवे पर स्थित जल विद्युत परियोजना के आसपास को यदि पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाता है तो निश्चित रूप से संबंधित विभाग की आय भी बढ़ेगी। सुयालबाडी़ के समीप ढोकाने वाटर फॉल की तर्ज पर ही रामगाढ़ जल विद्युत परियोजना के क्षेत्र के आसपास कई झरने हैं। जिन्हें दुरुस्त कर पर्यटकों को रिझाया जा सकता है। घना जंगल होने के साथ ट्रैकिंग आदि भी शुरू करवाई जा सकती है।
क्षेत्र के युवाओं के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वारा
जल विद्युत परियोजना समिति के अध्यक्ष मनोहर बर्गली ने संबंधित विभाग के कदम का स्वागत किया है। अध्यक्ष मनोहर बर्गली का कहना है कि यदि क्षेत्र को पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा तो निश्चित रुप से गांवों के युवाओं को भी इसका लाभ मिलेगा। वहीं रोजगार के भी द्वार खुलेंगे।