उत्तर भारत में शीतलहर से राहत, इन राज्यों में कल से बारिश की संभावना

नई दिल्ली, एएनआई। उत्तर भारतीय में धीरे-धीरे शीतलहर का असर कम होने लगा है। लेकिन, अगले कुछ दिनों में कुछ राज्यों में बारिश होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 3-5 फरवरी के बीच उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के राज्यों में बारिश हो सकती है, वहीं 5-6 फरवरी को बिहार और झारखंड में बारिश होने की संभावना है। विभाग ने बताया है कि 3 और 4 फरवरी को हिमालय के पश्चिमी पहाड़ों में बर्फबारी व बारिश तथा 4-5 फरवरी को मैदानी इलाकों में बादलों की गतिविधि के चलते बारिश के आसार हैं।

दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बारिश होने की संभावना

इधर, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आमतौर पर जनवरी के महीने में बहुत अधिक वर्षा रिकॉर्ड नहीं की जाती है, लेकिन इस बार दिल्ली में जनवरी में भारी वर्षा हुई। वहीं, अब मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ ही भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही दिल्ली में फरवरी के पहले सप्ताह में गरज के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं 4 और 5 फरवरी को पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बारिश होने की संभावना है।

अगर आज की बात करें तो मंगलवार की सुबह राजधानी दिल्ली के कुछ हिस्सों में कुहरा छाया रहा। भारतीय मौसम विभाग ने राजधानी में मंगलवार के लिए न्यूनतम 5 डिग्री और अधिकतम 27 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का अनुमान जताया है। बस दिल्ली में ही नहीं, पंजाब, उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और उत्तर प्रदेश में भी घना कुहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार, पंजाब, दिल्ली के कुछ हिस्सों, सहित बिहार, असम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में मध्यम कुहरा रहा। विभाग ने बताया है कि आज से उत्तर-पश्चिमी भारत में ठंडी हवाओं में कमी आने लगेगी। वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार में 3-4 फरवरी के बाद घने कुहरे, ठंडी हवाओं और ठंडे दिन से राहत मिलने लगेगी।

मौसम प्रभावित होने का कारण पश्चिमी विक्षोभ

पश्चिमी विक्षोभ के चलते इस सप्ताह उत्तर पश्चिम भारत, मध्य और पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों में व्यापक बारिश होने की संभावना है। एक चक्रवाती मध्य पाकिस्तान और पश्चिम राजस्थान से सटा हुआ है। इससे उत्तर पश्चिम भारत और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में आज रात से मौसम प्रभावित होने की संभावना है। अलग-अलग बिजली और ओलावृष्टि के साथ मध्यम बारिश या गरज के साथ 3 से 5 फरवरी तक उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में भी बारिश होने की संभावना है। यह एक गहन पश्चिमी विक्षोभ होगा जो उत्तर पश्चिम से पूर्वी भारत तक एक बहुत बड़े क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा, बारिश और आंधी की संभावना पूरी तरह से है।

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