देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। देहरादून के हर्बटपुर में किसान महापंचायत में भाकियू नेता राकेश टिकैत ने हुंकार भरी कि अभी तो शुरुआत है। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को लेकर कहा कि केंद्र सरकार किसानों को बर्बाद कर रही है। उन्होंने कहा कि नए कृषि कानून लागू हुए तो किसानों की जमीन पर पूंजीपतियों का कब्जा होगा। किसान मजदूर बन जाएगा।
हरबर्टपुर बस अड्डा परिसर में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश से लेकर यूपी से हजारों किसानों की भीड़ उमड़ी। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार के बनाए कृषि कानून देश में खेती को खत्म कर देंगे। इसमें पहले किसानों की जमीन पर पूंजीपतियों का कब्जा कराया जाएगा। उसके बाद किसानों को मजदूर बनाया जाएगा जो कारखानों में न्यूनतम वेतन पर काम करेंगे। कहा कि देश में कांट्रेक्ट फार्मिंग लाई जा रही है।
टिकैत ने कहा कि हिमाचल में सेब की खेती को बर्बाद कर दिया गया है। अब पूरे देश में खेती को बर्बाद करने की योजना है। कहा कि देश में श्रमिक कानून पूरी तरह से बदल गए हैं। इन कानूनों को बदल ठेका प्रथा को बढ़ावा देने का एक पूरा प्लान बनाया गया है, इसलिए सभी लोग एकजुट होकर किसानों की लंबी लड़ाई में उसका साथ देंगे तो जीत किसानों की होगी।
केंद्र सरकार रेलवे स्टेशन से लेकर पूरे रेलवे को बेचने की तैयारी है। 2022 तक रेलवे से चार लाख कर्मचारियों को समय से पहले नौकरी से निकाल दिया जाएगा। निजीकरण के नाम पर एयरपोर्ट से लेकर, बीएसएनल आदि करीब 26 बड़े संस्थानों को बेचने की तैयारी है। इस मौके पर किसान यूनियन के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार की नीति और नीयत खराब है। कहा कि यह सरकार किसान व गैर किसानों को बांटने का काम कर रही है।