हरिद्वार (नेटवर्क 10 संवाददाता ): बीते रोज वन प्रभाग ने ज्वालापुर थाना क्षेत्र के प्रसिद्ध गुप्ता केमिकल वर्क्स पर छापेमारी की थी. जिसमें वन प्रभाग को मौके से दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीवो के अंग और जड़ी बूटियां बरामद हुई थी. जिसके बाद वन प्रभाग इस मामले में दुकान मालिक अनुराग गुप्ता को अपने साथ पूछताछ के लिए ले गई थी. आज इस मामले में नया मोड़ सामने आया है. वन प्रभाग ने मौके पर जो फर्द बरामदगी बनाई थी उसमें पांच वस्तुएं लिखी गई थी, मगर अब वन प्रभाग सिर्फ 4 वस्तुओं को ही दिखा रहा है. जिससे वन प्रभाग की कार्यवाही पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं.
वन प्रभाग ने गुप्ता केमिकल वर्क्स में छापेमारी में एक सांप की कैचुंली, दो हत्था जोड़ी, 22 सेही कांटा, एक इंद्रजाल और 54 ग्राम सुगंध बाला दिखाई बरामद की थी. जिसे वन प्रभाग ने फर्द में दर्ज किया था. मगर, अब वन प्रभाग ने सिर्फ चार ही वस्तुओं को जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून भेजा है.
हरिद्वार वन प्रभाग के रेंजर दिनेश कुमार नौडियाल का कहना है उन्होंने सूचना के आधार पर पीपल फॉर एनिमल टीम और स्थानीय पुलिस के साथ मौके पर जाकर छापेमारी की. जिसमें हमें प्रतिबंधित वस्तुएं मिली. जिन्हें मौके पर ही कब्जे में लिया गया. कुछ वस्तुएं हमें ऐसी मिली जिसकी वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट में जांच कराना जरूरी है. उन वस्तुओं को हमने देहरादून जांच के लिए भेज दिया है. उन्होंने कहा हम इस मामले में और भी लिंक खंगाल रहे हैं. हम केमिकल स्टोर के मालिक से लगतार पूछताछ कर रहे हैं.
वन प्रभाग द्वारा की गई छापेमारी में फर्द में पांच वस्तुओं को दर्शाकर 4 ही वस्तुओं को देहरादून वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट भेजा गया हैय रेंजर ने भी चार वस्तुओं का ही बयान दिया है. उनके बयान में सुगंध बाला वस्तु को नहीं बताया गया है. जिससे वन प्रभाग की कार्यप्रणाली पर ही सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.