कोटद्वार (नेटवर्क 10 संवाददाता)। उत्तराखंड के कोटद्वार में महिलाएं शराब के ठेके के मालिक से साथ भिड़ गईं। इस दौरान महिलाओं और ठेका मालिक के बीच जमकर नोंकझोंक हुई। घटना बुधवार की है। कोटद्वार के सनेह इलाके में महिलाएं शराब की दुकान खोलने के खिलाफ धरना दे रही थीं। इस बीच शराब के ठेके का मालिक वहं पहुंचा तो महिलाओं से उसकी खूब नोकझोंक हुई। महिलाओं का आरोप है कि प्रशासन के अधिकारी शराब ठेके के मालिक का साथ दे रहे हैं और उन्होंने शराब माफिया को संरक्षण दे रखा है।
कोटद्वार के सनेह क्षेत्र में शराब की दुकान के विरोध में महिलाओं ने लगातार चौथे दिन शराब की दुकान के विरोध में दुकान के बाहर धरना दिया। बताय गया है कि जैसे ही महिलाएं शराब की दुकान के आगे धरना देने लगी, दुकान संचालक ने उनको वहां से हटने के लिए कहा। इस पर महिलाओं का गुस्सा भड़क गया। महिलाओं ने कहा कि जब तक दुकान बंद नहीं होती तब तक वे धरना देती रहेंगी और अब अपनी लड़ाई को आगे बढ़ाएंगी। इसको लेकर दोनों पक्षों में खूब नोकझोंक हुई।
बाद में महिलाओं बुधवार शाम को पार्षद सूरज प्रसाद कांति के नेतृत्व में तहसील में पहुंची और शराब की दुकान हटाने की मांग उठाई। यहां महिलाओं ने खूब नारेबाजी भी की। इन महिलाओं का कहना था कि प्रशासन के अधिकारियों ने शराब ठेके के मालिक को शह दे रखी है। उनका कहना था कि सनेह क्षेत्र में अधिकांश लोग खेती कर अपना परिवार चलाते हैं। ऐसे में यहां शराब की दुकान खुलने से माहौल खराब होगा और इसका सबसे बुरा असर क्षेत्र के बच्चों पर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं को रोजगार देने के बजाय जगह-जगह शराब की दुकान खुलवाकर उन्हें शराब की लत में डुबाना चाह रही है। महिलाओं ने शराब की दुकान अन्यत्र शिफ्ट नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है। इधर इन महिलाओं पर पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। मंगलवार को महिलाओं ने शराब की दुकान का विरोध किया था। इस दौरान महिलाओं की मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी से भी बहस हुई थी।