नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने केंद्र सरकार द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों के साथ किसी तरह की सहमति बनने से अपने विरोध में अपना पद्म विभूषण पुरस्कार वापस कर दिया है। पद्म विभूषण पुरस्कार देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जोकि प्रकाश सिंह बादल को 2015 में मिला था।
प्रकाश सिंह बादल की पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने कृषि कानूनों के विरोध पर एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया है। उन्होंने कहा कि वह सरकार के “किसानों के साथ विश्वासघात” के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। हालांकि आज किसान यूनियन के नेताओं और सरकार के बीच बातचीत चल रही है।
पंजाब के शीर्ष खिलाड़ियों और कोचों के एक समूह ने कहा है कि वे भी अपने पुरस्कार लौटाएंगे और किसानों के साथ एकजुटता के साथ 5 दिसंबर को दिल्ली में मार्च करेंगे। ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी और अर्जुन अवार्डी सज्जन सिंह चीमा ने कहा, “वे कई महीनों से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन उनके खिलाफ वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया गया।”
अमरिंदर ने जताया राष्ट्रीय सुरक्षा का खतरा
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी के बाहरी इलाके में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले। दोनों के बीच चली बैठक के बाद कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि मेरे पास हल करने के लिए कुछ भी नहीं है। मेरी गृह मंत्री अमित शाह से मामला खराब न हो, इसपर चर्चा हुई।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘किसानों और केंद्र के बीच चर्चा चल रही है, मेरे पास हल करने के लिए कुछ भी नहीं है। मैंने गृह मंत्री के साथ अपनी बैठक में अपना विरोध दोहराया और उनसे इस मुद्दे को हल करने का अनुरोध किया, क्योंकि यह मेरे राज्य की अर्थव्यवस्था और राष्ट्र की सुरक्षा को प्रभावित करता है।’