हरिद्वार (नेटवर्क 10 संवाददाता)। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई है। इस के तहत हरिद्वार पुलिस ने खुद को चाक चौबंद कर लिया है। पुलिस किसी भी हालत में एक भी कांवड़िए को हरिद्वार में नहीं प्रवेश करने देगी। कांवड़ियों को हरिद्वार आने से रोकने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने बुधवार को जनपद के सभी सीओ और थाना-कोतवाली प्रभारियों के साथ बैठक कर यात्रियों को रोकने की फुल प्रूफ रणनीति बनाई।
इस बैठक में तय किया गया कि रोक के बावजूद गांव-देहात के रास्तों से हरिद्वार आने वाले यात्रियों के वाहन सीज कर मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो हरिद्वार की सीमाएं भी सील की जाएंगी। वहीं, डीजीपी ने कहा कि 24 जुलाई से सीमा पर सख्ती की जाएगी।
बैठक पुलिस लाइंस रोशनाबाद के सभागार में हुई। इसमें एसएसपी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की तीसरी लहर से आम जनता की सुरक्षा के दृष्टिगत सरकार ने कांवड़ मेला स्थगित करने का निर्णय लिया है। कांवड़ मेले में देश के कोने-कोने से शिवभक्त हरिद्वार आते हैं। एसएसपी ने कहा कि यात्रियों को रोकने के लिए प्रशासन से समन्वय स्थापित कर बार्डर पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल नियुक्त करेंगे। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भी कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित होने का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
एसएसपी ने एसपी क्राइम पीके राय, एसपी देहात परमेंद्र सिंह डोबाल व एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय को निर्देशित किया कि वह समय से उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों से बार्डर मीटिंग आयोजित करते हुए सूचनाओं का आदान-प्रदान करें। साथ ही, रोक के बावजूद हरिद्वार आने वाले और नियमों का उल्लंघन करने वाले यात्रियों के वाहनों को सीज किया जाएगा। एसएसपी ने कहा कि सीज होने वाले वाहनों को खड़ा करने के लिए पार्किंग स्थलों का समय से चयन कर लिया जाए। एसएसपी ने कहा कि बार्डर प्वाइंट्स पर अनुभवी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को नियुक्त किया जाए।