एमपी में 1.75 लाख ‘गृह प्रवेश’ में ऑनलाइन शामिल हुए PM मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण’ के तहत मध्य प्रदेश में बने मकानों के गृह प्रवेश कार्यक्रम में भाग लिया. कार्यक्रम की शुरुआत में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘आज पूरा प्रदेश प्रफुल्लित और प्रसन्न है. प्रधानमंत्री के करकमलों से आज मध्य प्रदेश के लाखों गरीब नागरिकों को अपने सपनों का घर मिलने जा रहा है.’

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कुछ लाभार्थियों से चर्चा भी की. पीएम मोदी ने कहा, ‘अभी ऐसे साथियों से मेरी चर्चा हुई, जिनको आज अपना पक्का घर मिला है, अपने सपनों का घर मिला है. अब मध्य प्रदेश के पौने 2 लाख ऐसे परिवार, जो आज अपने घर में प्रवेश कर रहे हैं, जिनका गृह-प्रवेश हो रहा है, उनको भी मैं बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं.”

पीएम मोदी ने कहीं ये बातें

  • इस बार आप सभी की दीवाली, आप सभी के त्योहारों की खुशियां कुछ और ही होंगी. कोरोना काल नहीं होता तो आज आपके जीवन की इतनी बड़ी खुशी में शामिल होने के लिए, आपके घर का एक सदस्य, आपका प्रधानसेवक आपके बीच होता.
  • आज का ये दिन करोडों देशवासियों के उस विश्वास को भी मज़बूत करता है कि सही नीयत से बनाई गई सरकारी योजनाएं साकार भी होती हैं और उनके लाभार्थियों तक पहुंचती भी हैं. जिन साथियों को आज अपना घर मिला है, उनके भीतर के संतोष, उनके आत्मविश्वास को मैं अनुभव कर सकता हूं.
  • सामान्य तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर बनाने में औसतन 125 दिन का समय लगता है. कोरोना के इस काल में पीएम आवास योजना के तहत घरों को सिर्फ 45 से 60 दिन में ही बनाकर तैयार कर दिया गया है. आपदा को अवसर में बदलने का ये बहुत ही उत्तम उदाहरण है.

‘गांव के विकास से जुड़े अनेक काम तेज़ी से किए गए’

  • इस तेज़ी में बहुत बड़ा योगदान रहा शहरों से लौटे हमारे श्रमिक साथियों का. हमारे इन साथियों ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोज़गार अभियान का पूरा लाभ उठाते हुए अपने परिवार को संभाला और अपने गरीब भाई-बहनों के लिए घर भी तैयार करके दे दिया.
  • मुझे संतोष है कि पीएम गरीब कल्याण अभियान से मध्य प्रदेश सहित देश के अनेक राज्यों में करीब 23 हज़ार करोड़ रुपए के काम पूरे किए जा चुके हैं.
  • पीएम गरीब कल्याण अभियान के तहत घर तो बन ही रहे हैं, हर घर जल पहुंचाने का काम हो, आंगनबाड़ी और पंचायत के भवनों का निर्माण हो, पशुओं के लिए शेड बनाना हो, तालाब और कुएं बनाना हो, ग्रामीण सड़कों का काम हो, गांव के विकास से जुड़े ऐसे अनेक काम तेज़ी से किए गए हैं.
  • 2014 में पुराने अनुभवों का अध्ययन करके, पहले पुरानी योजना में सुधार किया गया और फिर प्रधानमंत्री आवास योजना के रूप में बिल्कुल नई सोच के साथ योजना लागू की गई. इसमें लाभार्थी के चयन से लेकर गृह प्रवेश तक पारदर्शिता को प्राथमिकता दी गई.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *