प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार केदारनाथ पुनर्निर्माण का कार्य जोर-शोर से चल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी समय-समय पर चल रहे कार्यों की समीक्षा भी करते रहते हैं. पीएम मोदी 9 सितंबर को दिल्ली में केदारनाथ पुनर्निर्माण के कार्यों के साथ ही बदरीनाथ धाम को विकसित करने के मास्टर प्लान को लेकर समीक्षा बैठक करने जा रहे हैं. उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश और पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं.
पिछले महीने की 27 तारीख को PM मोदी के सचिव ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओमप्रकाश और पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर के साथ बैठक की थी. बैठक में केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्य के साथ ही बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान को लेकर चर्चा हुई थी. उस दौरान सचिव ने अधिकारियों को पुनर्निर्माण कार्यों से जुड़े दिशा-निर्देश भी दिए थे. दिल्ली से लौटने के बाद मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने केदारनाथ धाम का दौरा भी किया था. साथ ही PM के सचिव की ओर से दिए गए दिशा-निर्देश के अनुसार चीजों को और दुरुस्त करने की बात कही है.
दरअसल दिल्ली में प्रधानमंत्री 9 सितंबर को समीक्षा बैठक करेंगे, जिसमें उत्तराखंड की केदारघाटी में चल रहे निर्माण कार्यों की स्थिति के साथ ही दिए गए निर्देश के बाद केदारघाटी के पुनर्निर्माण कार्यों में आई गति की समीक्षा भी करेंगे. उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह के रिटायर होने से पहले भी PM मोदी ने उन्हें वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 100 साल की परिकल्पना के अनुरूप बदरीनाथ धाम के लिए मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए थे.
9 सितंबर को होने वाली बैठक में मुख्य रूप से केदार घाटी में बन रहे आदि गुरु शंकराचार्य समाधि स्थल की स्थिति पर चर्चा की जाएगी. PM मोदी ने वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए थे, कि अधिक से अधिक श्रमिक लगाकर शंकराचार्य की समाधि स्थल का जल्द से जल्द निर्माण कराया जाए. हालांकि इस कार्य को पूरा करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय तय किया गया है. वहीं, बदरीनाथ धाम के विकास के रोड मैप के मसौदे पर भी चर्चा की जाएगी.