नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजमाता विजया राजे सिंधिया 100वीं जन्म जयंती के अवसर पर 100 रुपये का सिक्का जारी किया है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ये भी कितना अद्भुत संयोग है कि रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने जो संघर्ष किया था, उनकी जन्मशताब्दी के साल में ही उनका ये सपना भी पूरा हुआ है। उ्होंने कहा कि पिछली शताब्दी में भारत को दिशा देने वाले कुछ एक व्यक्तित्वों में राजमाता विजयाराजे सिंधिया भी शामिल थीं। राजमाताजी केवल वात्सल्यमूर्ति ही नहीं थीं। वो एक निर्णायक नेता थीं और कुशल प्रशासक भी थीं।
पीएम मोदी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर आजादी के इतने दशकों तक, भारतीय राजनीति के हर अहम पड़ाव की वो साक्षी रहीं। आजादी से पहले विदेशी वस्त्रों की होली जलाने से लेकर, आपातकाल और राम मंदिर आंदोलन तक, राजमाता के अनुभवों का व्यापक विस्तार रहा है। ये आवश्यक है कि राजमाताजी की जीवन यात्रा को, उनके जीवन संदेश को आज की पीढ़ी भी जाने, उनसे प्रेरणा लें, इसलिए उनके बारे में बार-बार बात करना आवश्यक है।
बता दें कि सिक्के के एक तरफ विजयाराजे सिंधिया का फोटो है, जिस पर ऊपर हिंदी व नीचे अंग्रेजी में विजया राजे सिंधिया की जन्म शताब्दी के साथ उनके जन्म का साल 1919 व जन्म शताब्दी वर्ष 2019 अंकित है। दूसरी तरफ अशोक स्तंभ के दोनों तरफ हिंदी और अंग्रेजी में भारत लिखा है व अशोक स्तंभ के नीचे अंकों में रुपये 100 लिखा है।
गौरतलब है कि राज परिवार से आने वाली सिंधिया भगवा पार्टी के प्रमुख चेहरों में से एक थीं। उनका जन्म 12 अक्टूबर 1919 को हुआ था। उनकी बेटी वसुंधरा राजे और पोते ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं।