देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता ) : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच जीएमवीएन के लिए अपने कर्मचारियों का वेतन देना बड़ी चुनौती साबित होता जा रहा है. बीते दिनों जहां जीएमवीएन किसी तरह अपनी एफडी तोड़कर अपने कर्मचारियों का वेतन दे रहा था. वहीं, अब निगम की एफडी भी खत्म होने की कगार पर है. गौरतलब है कि वर्तमान में पिछले लंबे समय से पर्यटन गतिविधियों पर ब्रेक लगने की वजह से जीएमवीएन आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया के दौर से गुजर रहा है. जीएमवीएन के पास वर्तमान में कमाई का यदि कोई साधन है तो वह एकमात्र जीएमवीएन के गेस्ट हाउस हैं. जिन्हें कोरोना वायरस के चलते सरकार ने क्वारंटाइन सेंटर बनाया हुआ है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए जीएमवीएन की प्रबंध निदेशक ईवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि निगम के पास वर्तमान में एफडी के जरिए अपने कर्मचारियों की दो महीने की सैलरी देने का ही पैसा बचा है. ऐसे में निगम अब खनन के माध्यम से कमाई करने की तैयारी कर रहा है . वहीं, दूसरी तरफ निगम की आर्थिक तंगी को देखते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से भी दो करोड रुपए की आर्थिक मदद प्रदान की गई है, साथ ही दो से तीन करोड़ रुपए जीएमवीएन अपने क्वारन्टीन सेंटरों से भी कमा रहा है. ऐसे में यही कुछ साधन है जिसके माध्यम से अगले कुछ महीने तक जीएमवीएन अपने कर्मचारियों को किसी तरह वेतन दे सकेगा.