कोटद्वार (नेटवर्क 10 संवाददाता)। नौकरी चली जाए और अपना घर भी न हो तो आखिर परदेस में क्या करे कोई। कुछ ऐसा ही हुआ तस्वीर में दिख रहे इन तीनों युवकों के साथ। ये तीनों उत्तराखंड के रहने वाले हैं। नौकरी करने के लि राजस्थान गए थे। वहां ये एक होटल में नौकरी करते थे लेकिन लॉकडाउन के चलते होटल बंद हो गया।
इन तीनों ने ठाना कि नौकरी जाने के बाद अब घर का रुख किया जाए। जेब भी खाली थी, लेकिन हौसला था। तीनों ने अपनी अपनी साइकिल उठाई और चल पड़े कोटद्वार के लिए। ये तीनों सोमवार रात कोटद्वार पहुंचे। इनका कहना है कि इनको राजस्थान से कोटद्वार पहुंचने में आठ दिन का समय लगा। ये दिन और रात सफर ही करते रहे।
तीनों युवक पौड़ी गढ़वाल की चाकीसैंण तहसील के कांडी गांव के रहने वाले हैं। इन तीनों के नाम अंकित कुमार, सुरेंद्र सिंह और राजेश हैं। कोटद्वार पहुंचने पर कौड़िया चेकपोस्ट में तीनों युवकों के हाथों में होमक्वारंटाइन की मोहर लगाई गई, जिसके बाद वह अपने गांव के लिए रवाना हो गए।
इधर, लॉकडाउन के तीसरे चरण में प्रदेश सरकार अन्य राज्यों में फंसे प्रवासियों को निकालने का काम कर रही है। इसके लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों के साथ ही रेल भी चलाई जा रही हैं। कई लोग अपने संसाधनों से ही अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं।