देहरादून (नेटवर्क 10 संवाददाता)। कोरोना का असर आखिर किस चीज पर नहीं पड़ा है। कोई भी चीज इससे अछूती नहीं रही है। इस बार होने वाली आईएमए की पासिंग आउट परेड पर भी इसका असर पड़ता दिख रहा है। आपको बता दें कि हर साल जून में होने वाली पासिंग आउट परेड में देश विदेश के सैकड़ों कैडेट पास होते हैं। इस समारोह में हर साल सैकड़ों गणमान्य लोग भी हिस्सा लेेते हैं।
ऐसे में पीओपी की तैयारियों को लेकर अकादमी प्रबंधन भी असमंजस की स्थिति में है। माना जा रहा है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर लगाम नहीं लगती है तो इस बार आइएमए में आयोजित होने वाली पासिंग आउट परेड का स्वरूप भव्य नहीं, बल्कि रस्मअदायगी तक सीमित रह सकता है।
अकादमी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पीओपी को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है। इस संदर्भ में लगातार रक्षा मंत्रालय व सेना मुख्यालय से संवाद स्थापित किया गया है। यह प्रयास रहेगा कि पीओपी में भारत सरकार के गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी का पूरा पालन किया जाए। बताया जा रहा है कि अकादमी प्रबंधन एका दो दिन में अपनी रणनीति स्पष्ट करेगा।