- स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के दृष्टिगत नये पद होंगे सृजित
देहरादून: स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तारीकरण के दृष्टिगत चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में नर्सिंग अधिकारियों के एक हजार और पदों पर भर्ती की जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को आईपीएचएस मानकों के अनुरूप नये पदों के सृजन के निर्देश दे दिये गये हैं।
संस्कृति विभाग के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हरिद्वार व पिथौरागढ़ मेडिकल कालेज में नर्सिंग अधिकारी के 480 पद सृजित गए हैं। इसके अलावा 15 छोटे अस्पतालों को उच्चीकृत कर उप जिला चिकित्सालय बनाया जा रहा है। इनमें भी नर्सिंग अधिकारी के 150–200 पदों में बढ़ोतरी होगी। पूर्व में की गई भर्ती में भी कुछ पद रिक्त रह गए हैं। ऐसे में करीब एक हजार पदों पर जल्द ही भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों में चयनित नर्सिंग अधिकारियों को 30 मार्च तक नियुक्ति पत्र जारी कर दिए जाएंगे। जिन्हें एक सप्ताह में ज्वाइन करना होगा। इसके बाद दस अप्रैल तक वेटिंग लिस्ट भी जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में चयनित कुछ नर्सिंग अधिकारी चिकित्सा शिक्षा विभाग की नर्सिंग भर्ती में भी शामिल हुए हैं। जबकि उन्हें आवेदन के लिए मना किया गया था। उनके आवेदन करने से 60-70 नए लोगों का हक मारा जा रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग में तैनात किसी नर्सिंग अधिकारी को अब चिकित्सा शिक्षा में नियुक्ति नहीं दी जाएगी। वहीं,उत्तराखंड से बाहर के एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं देंगे। यदि कोई गलत जानकारी, फर्जी प्रमाण पत्र पर चयनित हुआ है तो उस पर भी कार्रवाई होगी। कहा कि उत्तराखंड राज्य लंबे संघर्षों के बाद मिला है। अलग राज्य की मांग इसलिए की गई थी कि स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले। किसी को उनका हक नहीं मारने देंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में 9 हजार से अधिक युवाओं को नौकरी दी है। इन सभी से सिर्फ इतना कहूंगा कि गरीब व्यक्ति की सेवा से सबूर मिलता है। इसलिए ईमानदारी से अपना काम करें।
इस दौरान नर्सिंग महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष हर्ष व्यास, उपाध्यक्ष मनीष चौहान, प्रदेश प्रवक्ता प्रीती मेहता, मीडिया प्रभारी विनोद उनियाल, प्रदेश मंत्री हरीश भट्ट, लोकेंद्र राणा, उमेंद्र सिंह, मधु, मोनिका, नवल, सुभाष, शाहिन, साक्षी,आशीष आदि उपस्थित रहे।
